राम का अनूठा भक्त, राम मंदिर निर्माण की प्रतिज्ञा लेकर 33 वर्षों से नहीं पी चाय

राम का अनूठा भक्त,  राम मंदिर निर्माण की प्रतिज्ञा लेकर 33 वर्षों से नहीं पी चाय
  • राम का अनूठा भक्त,
  • राम मंदिर निर्माण की प्रतिज्ञा लेकर 33 वर्षों से नहीं पी चाय,
  • 1992 में कार सेवक के रूप में पहुंचा था अयोध्या,
  • 22 जनवरी को संकल्प पूरा होने पर बाबा महाकाल को भोग लगाकर कार सेवक पिएगा चाय,


उज्जैन | राम मंदिर निर्माण को लेकर देश भर के अलग-अलग लोगों ने अलग-अलग संकल्प लिया था। कई लोग चप्पल जूते छोड़ नंगे पैर घूमते दिखाई दिए। तो कई लोगों ने अपने बाल नहीं बनवाए। इसी प्रकार का एक संकल्प उज्जैन के रहने वाले महेंद्र कटियार ने लिया। दरअसल महेंद्र कटियार वर्ष 1992 में कार सेवक के रूप में अयोध्या के लिए रवाना हुए थे। जिन्हें अयोध्या पहुंचने के पहले ही रोक दिया गया। हालांकि बाबरी मस्जिद टूटने के बाद वह अयोध्या पहुंचे। जहां उन्होंने संकल्प लिया कि वह तब तक चाय नहीं पियेंगे जब तक राम मंदिर का निर्माण नहीं हो जाता। महेंद्र कटियार का कहना है कि उस दौरान उन्हें चाय सबसे प्रिय थी । अब उनके जीते जी राम मंदिर का निर्माण हो चुका है । वह अपने आप को धन्य मानते हैं। ऐसे में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के समय वे खुद महाकाल मंदिर में चाय का भोग लगाकर फिर से चाय का सेवन शुरू करेंगे । इसी खुशी में गुरुवार को उन्होंने उज्जैन के फ्रीगंज क्षेत्र में लोगों को निशुल्क चाय वितरित की। यहां उन्होंने एक बैनर भी लगाया जिस पर साफ लिखा है कि 33 साल पुराना उनका संकल्प पूरा हुआ। इसलिए वे 22 जनवरी से फिर से चाय शुरू करेंगे । खास बात तो यह है कि ऐसे कई अवसर आए जब उन्हें चाय की आवश्यकता लगी बावजूद इसके उन्होंने चाय नहीं पी।