चंदोडिया के सरकारी स्कूल प्राथमिक विद्यालय की श्रैष्ट शिक्षा से अभिभूत राजोद टी आई कनेश ने बच्चों को रक्षाबंधन पर भेंट किए उपहार 

चंदोडिया के सरकारी स्कूल प्राथमिक विद्यालय की श्रैष्ट शिक्षा से अभिभूत राजोद टी आई कनेश ने बच्चों को रक्षाबंधन पर भेंट किए उपहार 

चंदोडिया के सरकारी स्कूल प्राथमिक विद्यालय की श्रैष्ट शिक्षा से अभिभूत राजोद टी आई कनेश ने बच्चों को रक्षाबंधन पर भेंट किए उपहार 

बंरमडल - जीवन में शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण है वर्तमान समय में अखबारों में सरकारी स्कूलों की दुर्दशा की ख़बरें मिली जाती है
लेकिन ऐसी खबरें कम ही मिलती हो कि सरकारी स्कूल निजी जैसे हो सरदारपुर तहसील के ग्राम चंदोडिया का प्राथमिक विद्यालय आज निजी स्कूल के समकक्ष नजर आता है 5 वी तक के बच्चों को शिक्षा के स्तर पर परखा जाए तो लगता है कि यह कोई निजी विद्यालय के बच्चे होंगे लेकिन जब पता चले की यह शासकीय स्कूल के बच्चे हैं तो हर किसी के मन में सेवा का भाव जागृत हो जाता है
राजोद थाना प्रभारी सुरेन्द्र सिंह कनेश पंचायत चुनाव के दौरान जब चंदोलिया के प्राथमिक विद्यालय में मतदान के निरीक्षण करने पहुंचे तो विद्यालय का बाहरी परिवेश देखकर आश्चर्यचकित रह गए श्री कनेश ने मन में कल्पना की की सरकारी विद्यालय बाहर से देखने में तो चकाचक लग रहा है लेकिन बच्चों की शिक्षा का स्तर ऐसा नहीं होगा |

लेकिन जब पहला कदम कक्षा में रखा तो सभी बच्चों ने खड़े होकर निडरता के साथ आदर सत्कार कर एक स्वर में गुड आफ्टरनून कहां ये शब्द जैसे ही टी आई कनेश के कानों में पड़े तो उनके मन की सारी कल्पना उलट गई
कुर्सी पर बैठकर जैसे ही श्री कनेश ने बच्चों से पहाड़े बोलने का कहां तो किसी ने 19 किसी ने 17 किसी ने 23 तक पहाड़े सुना दिये की टीआई कनेश की हर परीक्षा पर बच्चे खरे उतरे
श्री कनेश ने उसी समय बच्चे के रंग बिरंगे कपड़े पहनकर कहा कि अभी तो चुनावी सीजन है लेकिन राखी से पहले आप लोगों को अच्छी खबर दूंगा अपने कहें मुताबिक श्री कनेश ने हर बच्चे के लिए एक जैसी स्कूली युनिफार्म  सीलाकल उन्हें शुक्रवार को राखी के अवसर पर 75 बच्चों को उपहार स्वरूप सौंपी बच्चे उपहार पाकर बेहद खुश हुए
श्री कनेश ने चर्चा में बताया कि मैं जिस समय इन बच्चों की उम्र में शिक्षा ग्रहण कर रहा था वह बेहद कठिन समय था वर्तमान के अलीराजपुर जिले के बेहडवा जैसे छोटे से गांव में जहां पर बिजली भी नहीं थी और ना ही स्कूल वहां पर उनके खुद के मकान में एक कमरे में सरकारी शिक्षक से प्रा.वि.की शिक्षा ग्रहण की श्री कनेश बताते हैं कि इस दौरान उन्हें वह कठिन समय आंखों के सामने आ गया फिर क्या था मन में विचार आया कि इन बच्चों को उपहार दिया जाए
वैसे टीआई श्री कनेश जैसे समाज के अन्य सेवाभावी लोग भी ऐसी ही मदद औरों के लिए करें तो एक समाज में अन्य लोगों को भी प्रेरणा मिलेगी

इस अवसर पर एसआई गिलदार सिंह बघेल, श्री टंडावी, आरक्षक मोहित सेन, प्राचार्य कांता लाकड़ा, शिक्षक गण नारायण सिंह रघुवंशी, देवेश चंदेल, जनशिक्षक आदि उपस्थित थे