रामनवमी पर मातृशक्ति के तत्वधान में निकली रामजन्मोत्सव यात्रा 

यात्रा का जगह जगह हुआ स्वागत सत्कार

रामनवमी पर मातृशक्ति के तत्वधान में निकली रामजन्मोत्सव यात्रा 
यात्रा में उपस्थित मातृ शक्ति

रामनवमी पर मातृशक्ति के तत्वधान में निकली रामजन्मोत्सव यात्रा 

जय श्री राम के जयकारों से गुंजा शहर 

तराना-माँ अहिल्या की नगरी तराना में चैत्री नवरात्रि का समापन राम नवमी के साथ होता है। ऐसा कहते हैं कि रामनवमी के दिन भगवान राम का धरती पर जन्म हुआ था। श्रीराम मध्य दोपहर में कर्क लग्न और पुनर्वसु नक्षत्र में पैदा हुए थे। भगवान राम के जन्म की इस तारीख का जिक्र रामायण और रामचरित मानस जैसे तमाम धर्मग्रंथों में किया गया है। श्री राम स्वयं भगवान विष्णु का सातवां अवतार थे।वहीँ सम्पूर्ण भारत देश में रामनवमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है उसी तारतम्य में सर्व हिन्दू समाज की मातृ शक्ति की और से भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम राम के जन्मोत्सव पर राम उत्सव यात्रा निकाली गई यात्रा का शुभारंभ द्वारकाधीश कुंड मंदिर में भगवान द्वारकाधीश की आरती के पश्चात प्रारंभ हुआ सभी वरिष्ठ समाजसेवियों,पुलिस,एवं पत्रकार गणों का स्वागत सम्मान समाजसेवी सौरभ वाजपेयी द्वारा दुपट्टा भेंट कर स्वागत सम्मान किया गया ततपश्चात मातृशक्ति द्वारा जय श्री राम के जयकारों के साथ हाथों में भगवा ध्वज लेकर साथ ही रथ में भगवान राघवेंद्र सरकार राम जी के चित्र पर माल्यार्पण कर शोभायात्रा निकली शोभायात्रा द्वारकाधीश कुंड मंदिर से प्रारंभ होकर महावीर पथ,बस स्टैंड,खंडेराव बाजार,झंडाचोक,भेरूमहाराज चौराहा,उतारा चौराहा,नयापुरा होते हुए मानस भवन पहुँची शोभायात्रा का जगह जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत सम्मान किया मानस भवन में भगवान श्री राम जी की महाआरती के पश्चात कार्यक्रम का समापन हुआ साथ ही राम जन्मोत्सव यात्रा संयोजक श्रीमती चित्रा वाजपेयी द्वारा जानकारी देते बताया गया कि पुरुषोत्तम भगवान राम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाने वाला उल्लास और समृद्धि का यह पर्व हमें प्रेम, करुणा, मानवता और त्याग के मार्ग पर चलते हुए निःस्वार्थ सेवा का संदेश देता है। भगवान राम का जीवन मर्यादा और त्याग का सर्वोत्तम उदाहरण है और हमें मर्यादित और अनुशासित जीवन जीना सिखाता है तथा अंत मे चित्रा वाजपेयी द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु सभी का आभार व्यक्त किया