एसडीएम के आदेश को घोटकर पी गए पटवारी व ग्राम पंचायत सचिव,पंचकोशी ड्यूटी से नदारद अपनी मनमर्जी से कर रहे ड्यूटी, पुलिस ईमानदारी से 24 घण्टे दे रही अपनी सेवा।

एसडीएम के आदेश को घोटकर पी गए पटवारी व ग्राम पंचायत सचिव,पंचकोशी ड्यूटी से नदारद अपनी मनमर्जी से कर रहे ड्यूटी, पुलिस ईमानदारी से 24 घण्टे  दे रही अपनी सेवा।
एसडीएम के आदेश को घोटकर पी गए पटवारी व ग्राम पंचायत सचिव,पंचकोशी ड्यूटी से नदारद अपनी मनमर्जी से कर रहे ड्यूटी, पुलिस ईमानदारी से 24 घण्टे  दे रही अपनी सेवा।
एसडीएम के आदेश को घोटकर पी गए पटवारी व ग्राम पंचायत सचिव,पंचकोशी ड्यूटी से नदारद अपनी मनमर्जी से कर रहे ड्यूटी, पुलिस ईमानदारी से 24 घण्टे  दे रही अपनी सेवा।
एसडीएम के आदेश को घोटकर पी गए पटवारी व ग्राम पंचायत सचिव,पंचकोशी ड्यूटी से नदारद अपनी मनमर्जी से कर रहे ड्यूटी, पुलिस ईमानदारी से 24 घण्टे  दे रही अपनी सेवा।
एसडीएम के आदेश को घोटकर पी गए पटवारी व ग्राम पंचायत सचिव,पंचकोशी ड्यूटी से नदारद अपनी मनमर्जी से कर रहे ड्यूटी, पुलिस ईमानदारी से 24 घण्टे  दे रही अपनी सेवा।

-धूप हो या रात ,पुलिस निभा रही है अपनी ईमानदारी से ड्यूटी , यात्रियों की सुरक्षा के लिए रात में लगातार पेट्रोलिंग कर रही पुलिस की टीम ।

- यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए थाना प्रभारी ने खुद धक्का लगाकर खेत से निकलवाया फंसा हुआ

पटवारी व सचिव की अपनी मनमर्जी ड्यूटी से नदारद नजर आए।

दर्शन सिंह चौहान के साथ मयंक गुर्जर की विशेष रिपोर्ट।

घट्टिया/उज्जैन। उज्जैन में परंपरा अनुसार चल रही 118 किलोमीटर की पंचकोशी यात्रा को लेकर जिला प्रशासन द्वारा पंचकोशी यात्रियों को कोई असुविधा ना हो उन्हें सभी मूलभूत सुविधाएं मिले जिसको लेकर कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने जिस क्षेत्र से यात्रा निकल रही क्षेत्र के एसडीएम को व्यवस्था के निर्देश दिए थे व सुरक्षा के लिए पुलिस अधीक्षक ने डीएसपी , थाना प्रभारी की ड्यूटी लगाई थी ,व स्पष्ठ निर्देश दिए थे कि यात्रियों की सुविधा व सुरक्षा में बिल्कुल की कोताही न बरतें ,लेकिन इसका उल्टा नजारा सोमवार व मंगलवार रात देखने को मिला, हमारी सेंट्रल वाइस की टीम ने रात 12 बजे उप पड़ाव कालियादेह व पड़ाव जेथल की रियालिटी चेक की ,जँहा कलेक्टर व घट्टिया के नवागत एसडीएम के आदेश की धज्जियाँ उड़ती हुई नजर आई,पुलिस दोनों की पड़ाव पर अपनी ड्यूटी ईमानदारी से  करती  हुई नजर आयी  ,साथ ही स्वास्थ्य विभाग, विघुत विभाग के कर्मचारी  भी मुस्तेदी से अपनी ईमानदारी से ड्यूटी करते नजर ,लेकिन राजस्व विभाग के एसडीएम के उन्ही के विभाग पटवारी व जनपद पंचायत सचिव नवागत एसडीएम के आदेश को घोंट कर पी गए ,सभी अपने कर्तव्यस्थल से नदारद नजर आये,यह उनके लिये कोई नई बात नही है, इसी सभी ड्यूटी से नदारद रहे क्योकि उन्हें वरिष्ठ अधिकारी के आदेश से कोई मतलब नही वे अपनी ड्यूटी अपनी मनमर्जी से करते है।
उपपड़ाव कालियादेह पर एसडीएम ने रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक उपयंत्री प्रदीप लोधी के साथ चार पटवारी  व  चार सचिव की ड्यूटी लगाई थी  ,जिसमे पटवारी चंद्रशेखर चौहान ,पंकज कुमावत,नरेंद्र मालवीय,राहुल चौहान, सचिव बंशीलाल चावड़ा, मनोज रघुवंशी, वीरेंद्र सिंह सिसोदिया,ईश्वर केलकर की ड्यूटी लगाई थी ,लेकिन सभी अपने सुपरविजन अधिकारी उपयंत्री प्रदीप लोधी के नेतृत्व में जेथल पड़ाव 
कर्त्तव्यस्थल नदारद रहते हुए घर पर आराम करते रहे।

वही पड़ाव स्थल जैथल दूधेश्वर महादेव पर एसडीएम ने रात 10:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक उपयंत्री राकेश नगरगढे सहित 5 पटवारी व 4 सचिव की ड्यूटी यात्रियों की सुरक्षा में लगाई थी जिसमे से सिर्फ दो पटवारी अशोक कुमार उपाध्याय जलवा व हरनाम सिंह जाधव खलाना अपनी ड्यूटी ईमानदारी से करते हुए घूमकर व्यवस्था करते हुए नजर आए। बाकी सभी अपने सुपर विजन अधिकारी उपयंत्री राकेश नगरगढे के नेतृत्व कर्तव्यस्थल से नदारद रहते हुए वघर पर आराम फरमाते रहे,जिसमे स्वयं राकेश नगरगढे उपयंत्री, पटवारी विजयचन्द दीक्षित, मधुर श्रीवास्तव,गगन तिवारी, सचिव विनोद जाट, अर्जुन सिंह हिरवात,सुरेंद्र सिंह पंवार,रमेश राठौर ड्यूटी स्थल से नदारद थे।

अब देखना यह होगा कि नवागत एसडीएम धीरेंद्र पाराशर के आदेश की अवहेलना करने वाले कर्मचारियों पर क्या कार्यवाही होती है या फिर कर्मचारी अपने अधिकारियो के सरक्षंण में ऐसे ही अपनी मनमर्जी करते रहेंगे।

पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था, धूप हो या रात ईमानदारी से अपनी ड्यूटी निभाते हुए नजर आए।

पुलिस विभाग के कर्मचारियों पर आपने अक्सर आरोप-प्रत्यारोप लगते हुए देखा हुआ होगा लेकिन वह अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी से करते हैं ऐसा ही नजारा पंचकोशी यात्रा में देखने को मिला तेज धूप में यात्रियों को सड़क पार कराते हुए व उनकी सुरक्षा में पुलिसकर्मी अपने अधिकारियों के साथ लगे हुए हैं, रात में जब हमारी टीम ने  उप पड़ाव कालियादेह व जेथल की रियलिटी चेक की तो पुलिस कर्मी रात 12:00 भी अपनी ड्यूटी ईमानदारी से करते हुए यात्रियों की सुरक्षा करते हुए नजर आए व यातायात विभाग की टीम रात में यात्रियों को सड़क पार करते हुए नजर आए।
जैथल पढ़ाव पर डीएसपी सन्तोष कोल ,थाना प्रभारी विक्रम सिंह चौहान ,सहायक थाना प्रभारी उपनिरीक्षक राहुल चौहान, आरक्षक महेंद्र यादव यात्रियों की सुरक्षा में गश्त करते हुए नजर आए साथ ही इनके साथ बड़ी संख्या में महिला पुलिसकर्मी व आरक्षक भी अपनी सेवा देते नजर आए व दिन  में राघवी थाना प्रभारी रोहित पटेल अपनी टीम के साथ कर्तव्यस्थल पर मुस्तेदी से सेवा देते हुए नजर आए।

यात्रियों की सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं, चाहे थाना प्रभारी को स्वयं को वाहन को धक्का क्यो न देना पड़ा।

जैथल पड़ाव पर रात 12:00 बजे डीएसपी संतोष कोल,थाना प्रभारी विक्रम सिंह चौहान , सहायक थाना प्रभारी उप निरीक्षक राहुल चौहान व आरक्षक महेंद्र यादव गश्त कर रहे थे उसी दौरान एक मारुति वैन वाहन खेत में फंसा हुआ था आसपास यात्री सो रहे थे ड्राइवर ने वाहन को निकालने का प्रयास किया लेकिन वहां स्लिप होते हुए रेंग रहा था, जिस पर नजर थाना प्रभारी विक्रम सिंह चौहान की नजर पड़ी आसपास सो रहे यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए ,थाना प्रभारी स्वयं ,सहायक थाना प्रभारी राहुल चोहान व आरक्षक महेंद्र यादव के साथ खुद खेत में उतरे व कीचड़ में रेंग रहे वाहन को धक्का देकर निकाला।


ठहरने व लाइट की पर्याप्त व्यवस्था नही होने पर रात में यात्रा करने पर मजबूर यात्री।

रात को 12:00 से 1:00 के बीच हमारी टीम को पंचकोशी यात्रा अंधेरे में यात्रा करते हुए देखे गए , पूछने पर यात्रियों ने बताया कि पड़ाव स्थल पर ठहरने की व्यवस्था नहीं थी जहां व्यवस्था थी वहां फुल हो चुकी थी वह खाली जगह में लाइट नहीं होने के कारण वे आराम नहीं कर पाए उन्होंने आगे की ओर यात्रा करने का निर्णय लिया वह रास्ते में यात्री सोते हुए नजर आए, अब सोचने वाली बात यह कि बड़ा फंड आने के बाद भी जनपद व ग्राम पंचायत के जिम्मेदार यात्रियों के ठहरने के लिए व लाइट की उचित व्यवस्था नहीं कर पाए। जिसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ा।


अब देखना यह होगा कि घट्टिया  के नवागत एसडीएम इस पूरे मामले पर क्या एक्शन लेते हैं या फिर कर्मचारियों की ऐसे ही मनमर्जी चलती रहेगी।