श्रीमद्भागवत कथा विश्राम पर उमड़ा जनसैलाब, भव्य शोभायात्रा के साथ महाप्रसादी का हुवा आयोजन   

श्रीमद्भागवत कथा विश्राम पर उमड़ा जनसैलाब, भव्य शोभायात्रा के साथ महाप्रसादी का हुवा आयोजन   

श्रीमद्भागवत कथा विश्राम पर उमड़ा जनसैलाब, भव्य शोभायात्रा के साथ महाप्रसादी का हुवा आयोजन   
“जो यश के पीछे भागता है उसे भगवान् का रस का प्राप्त नहीं होता, और जो सच्चे मन से भगवान् के रस के पीछे भागता है उसे अपार यश प्राप्त होता है - कृष्णप्रिया ” 


उन्हेल l उन्हेल नगर के लिए बुधवार का दिवस स्वर्ण अक्षरों में अंकित हो गया, हजारो की संख्या में सनातन धर्म में आस्था रखने वाला प्रत्येक इंसान के साथ विगत सात दिवस से श्रीमदभागवत कथा का श्रवण कर रहे पशु पक्षी को भव पार तारने का कार्य श्रीमदभागवत कथा समिति द्वारा आयोजित सुप्रसिद्ध कथा वाचक वृन्दावनवासी पूज्य श्री कृष्णप्रिया जी महाराज के द्वारा हो रहा है बुधवार को कथा पांडाल में मोजूद हर कथा विश्राम पर भावुक हुवा तथा सम्पूर्ण वर्ष सुनी कथा को आत्मसाद करने का संकल्प लिया की कथा में हमारा संबंध श्रीमद भागवत कथा से सीधा जुड़ गया है यह संबध हमें हमेशा निभाने है और कथा हमारे जीवन में कभी विश्राम नहीं लेगी सात दिवस के प्रत्येक प्रसंग के साथ धर्म की जो ज्ञान गंगा कथा पांडाल से बह रही है उसका आचमन हजारो की संख्या में उपस्थित धर्मप्रेमी जनमानस ने किया है, इक्कीस कन्याओं के विवाह का साक्षी बने पांडाल में मोजूद नगर का जनसमुदाय सबसे पावन पुण्य का पुनीत कार्य के सहभागी बने है, यह सब संभव सबके सार्वजनिक प्रयास का प्रतिफल है साथ ही दीदी जी ने कथा समिति के समस्त सदस्यों को सफल आयोजन के लिए बधाई और धर्मप्रेमी जन मानस का धन्यवाद किया साथ ही बुधवार को कथा में द्वारिकालिला महोत्सव, सुदामा पूजन तथा भागवत धर्म के प्रसंक को सुनाते हुवे बताया की भागवत कथा इतनी सुन्दर है की सात दिवस नहीं अपीति सात हजार दिवस भी श्रवण किया जाए पढ़ा जाए तो कम है, भगवान् की कृपा हमारे ऊपर बरस रही है परन्तु माया रूपी पर्दा के कारण वह दिखाई नहीं देती है, हमारी इन्द्रियाँ हमें नचाती है, हम अपनी इन्द्रियों के नोकर बने हुवे है और इन्द्रियों के गुलामो का भविष्य कभी संवर नहीं सकता वह अन्धकार में रहता है, हमें इन्द्रियों का स्वामी कैसे बनना है यह हमें सिर्फ भागवतजी सिखाता है यह बात नया बसस्टेंड स्थित मैदान श्रीमद्भागवत कथा समिति द्वारा सुप्रसिद्ध कथा वाचक वृन्दावनवासी पूज्य कृष्णप्रियाजी महाराज ने श्रीमद्भागवत कथा के विश्राम दिवस के दौरान कही l मूर्ति में जब भाव का निवेदन हो तो उसमे भी देवत्व प्रकट हो जाता है, मन के भाव से पत्थर की मूर्ति में भगवान् प्रकट हो जाते है मन के भाव में केन्द्रित शक्ति से आप निर्जीव को सजीव बना देते है l प्रेम आपको नियमो से उपर उठा देते है ठाकुर जी से प्रेम मतलब आप सभी से उपर उठ गये हो l आपके धन से प्रभु कभी प्रभावित नहीं हो सकते कृष्ण सुदामा जैसी मित्रता है आपके जीवन में हो मित्रता है कृष्ण सुदामा मित्रता का बड़ा ही सुन्दर मार्मिक चित्रण बताया जिससे कथा पांडाल भाव विभौर हो गया, सनातन में अन्न को ही ब्रम्ह माना गया है बताते हुवे कहा की जैन समाज काबिले तारीफ़ है जो की अन्न का एक दाना भी व्यर्थ नहीं छोड़ता, झूठा नहीं डालता l “जो यश के पीछे भागता है उसे भगवान् का रस का प्राप्त नहीं होता, और जो सच्चे मन से भगवान् के रस के पीछे भागता है उसे अपार यश प्राप्त होता है ”   


कथा विश्राम के पश्चात एस एंड एस स्टोन क्रेशर के संचालक सचिन पाटनी एवं अश्विन मारू द्वारा चांदी से निर्मित लड्डू गोपाल दीदी जी को भेट किये और संकल्प लिया की सम्पूर्ण वर्षभर आगामी कथा तक इस कथा में सुनी बातो को अपने जहाँ में बसा लेंगे, श्रीमद भागवत कथा समिति के सार्वजनिक श्रीमद्भागवत कथा समिति के शांतिलाल मदारिया, गोपाल खमोरिया, सचिन पाटनी, विवाह प्रभारी अश्विन मारू, अंकित जैन, मिडिया प्रभारी वैभव जैन, ललित कुमार भांतु, रमेश बम्बोरिया, रामलाल नंदेडा, राधेश्याम नंदेडा, रामलाल जी ढोढरिया, बालू खिची, संगीता गायकवाड़, अनीता ठाकुर गोवर्धनलाल नायमा, धन्नालाल भई बंद, राणा जी, हरिओम ढोढरिया,ईश्वर मेहता, जय प्रकाश मोदी, सत्यनारायण मेहता, बंटू पोरवाल, ईश्वर नंदेडा, सत्यनारायण मेहता mb, नवीन जैन बंटी, धरमचंद पालीवाल, संजय कुंडल, सतीश मारू, आत्माराम पटेल, पंकज गुप्ता, सुरेश सांकला, विकास जायसवाल, गोपाल टंडन, रतनलाल आठमिया, दिनेश भानेज, दीपक नंदेडा, संदीप मेहता, गोवर्धनलाल जी पटेल राजेश नंदेडा, रामसिंह राठौर, शेलेन्द्र सिंह देवड़ा, भंवरसिंह चौहान, राहुल जायसवाल, मनीष जैन, रमेश जायसवाल, अनीता ठाकुर के द्वारा पूज्य कथावाचक कृष्णप्रिया जी अभिनन्दन किया  तद्पश्चात हजारो की संख्या में उपस्थित जनसमुदाय नगर के प्रमुख मार्गो पर धर्म के प्रचार की भावना को अपने मन में केन्द्रित करते हुवे शोभायात्रा के रूप में निकले, अति आनंदित एवं उत्साहित होकर प्रभु की भक्ति में झूमते गाते पावन ग्रन्थ श्रीमदभागवत जी को अपने शीश पर विराजित कर नगर भ्रमण किया नगर में भी उत्साह का माहोल था अपनी पलक पावडे बिछाए आम जनमानस श्री भागवत जी के साथ पूज्य कथावाचक कृष्णप्रिया जी महाराज के स्वागत के लिए आततुर दिखे नगर में जगह जगह पुष्प वर्षा हुई शोभायात्रा विश्राम के पश्चात कथा पांडाल को अन्न क्षेत्र में परिवर्तित किया और कथा विश्राम के अवसर पर सम्पूर्ण नगर एवं क्षेत्र की महाप्रसादी (भंडारे) का आयोजन हुवा स्वयं कथावाचक दीदी जी ने भंडारे में सेवा दी साथ ही माँ भवानी महिला मंडल, भोलेनाथ महिला मंडल, श्रीराम मंदिर महिला मंडल, माँ कालिका माता महिला मंडल, शीतलामाता महिला मंडल, पंच मुखी हनुमान महिला मंडल, मनकामनेश्वर महिला मंडल, राधाकृष्ण मालवीय मंदिर महिला मंडल, राधे राधे महिला मंडल, भेरुमहराज महिला मंडल, साईनाथ महिला मंडल ने भंडारे एवं शोभायात्रा में अपनी सेवाए दी l कथा में मुख्य यजमान श्री संजय राधेश्याम जी परमार (टेलर), श्री नितिनकुमार, नवीनकुमार, जुगलकिशोर जी पोरवाल (झंडावाला), श्री गोपाल छीतरमल जी ब्रजवासी परिवार, श्री राजेश कांतिलाल जी गेहलोत परिवार, श्री नितिन कुमार कचरूलाल जी वर्मा परिवार, श्री राजेशकुमार शिवनारायणजी प्रजापत परिवार सभी निवासी उन्हेल रहे I रुक्मणी विवाह के लाभार्थी पाटीदार परिवार कोद जिला धार रहे l कथा में श्रीकृष्णजी की बारात का लाभ श्री जितेन्द्र सिंह जी राजपूत ठी. मात्रा तथा श्री शेलेन्द्र सिंह जी देवड़ा ठी. अरोलिया देवड़ा ने लिया रहे l कथा का प्रथम निमंत्रण श्री सांवरिया सेठ यात्रा के सम्पूर्ण लाभ बालू खिची जि.प. सदस्य परिवार बरखेड़ा नजिक द्वारा लिया गया सार्वजनिक श्रीमदभागवत कथा समिति द्वारा सभी लाभार्थी परिवार, यजमान परिवार, विवाह समारोह में दान देने वालो के साथ सम्पूर्ण कथा में बढ़ चढ़ कर लाभ लेने वाले हजारो भक्तो के साथ समस्त प्रिंट मिडिया, इलेक्ट्रोनिक मिडिया प्रेस क्लब, प्रेस फोरम के पत्रकारगणों को धन्यवाद प्रेषित किया और ह्र्दय से आभार माना l