गिरिराज परिक्रमा एवं दर्शन मात्र से मिलती है पापों से मुक्ति-पंडित व्यास

भगवान गिरिराज को लगाया 56 भोग

गिरिराज परिक्रमा एवं दर्शन मात्र से मिलती है पापों से मुक्ति-पंडित व्यास
जय गिरिराज जी

गिरिराज परिक्रमा एवं दर्शन मात्र से मिलती है पापों से मुक्ति-पंडित व्यास


तराना-औदीच्य ब्राम्हण धर्मशाला तराना में पाठक परिवार द्वारा आयोजित सप्तदिवसीय संगीतमय श्रीमद भागवत कथा के पांचवे दिन कथा व्यास का पूजन अर्चन मुख्ययजमान राजेंद्र कुमार पाठक,कथा यजमान मोहन पंजाबी,शिवम जोशी,द्वारा सपत्नीक पूजन अर्चन किया गया तत्पश्चात कथा का शुभारंभ हुआ कथा व्यास पंडित कमल व्यास द्वारा श्रीमद भागवत कथा के पांचवे दिवस गिरिराज परिक्रमा का महत्व बताते हुए बताया श्री कृष्ण भगवान की माखन चोरी की कथा लौकिक पारलौकिक सुख प्रदान करने वाली है श्री गिरिराज अर्थात श्री कृष्ण का स्वरूप ही है भगवान गिरिराज की पूजा दर्शन एवं परिक्रमा करने से पाप नष्ट होने के साथ साथ ही धन धान्य का लाभ मिलता है कथा के दौरान सुधीर जोशी द्वारा भगवान गिरिराज जी का अलौकिक श्रंगार कर 56 भोग की प्रसादी का भोग लगाया वहिं भक्तगणों द्वारा भगवान गिरिराज पर्वत की परिक्रमा एवं 56 भोग के दर्शन किए इस विशेष दिन को लेकर श्रदालुओ में काफी उत्साह देखने को मिला श्रोताओं ने कृष्ण भजनों पर थिरकते दिखाई दिए वहीँ पाठक परिवार द्वारा श्रदालुओ को अधिक से अधिक संख्या में पधारने का निवेदन किया गया