ग्राम गुनावा का रोजगार सहायक चूस रहा गरीबो का खून, मृतक की पत्नी से ले लिए 25 हज़ार।

ग्राम गुनावा का रोजगार सहायक चूस रहा गरीबो का खून, मृतक की पत्नी से ले लिए 25 हज़ार।

ग्राम गुनावा का रोजगार सहायक चूस रहा गरीबो का खून, मृतक की पत्नी से ले लिए 25 हज़ार।

- कर रहा सरकारी योजनाओ में भ्रष्टाचार, जनपद के अधिकारियों के संरक्षण में चल रहा खेल।
-मृतक की पत्नी से ले लिए 25 हज़ार, पीड़िता ने लगाया आरोप।

घट्टिया/उज्जैन।प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गरीबों के लिए कई योजनाएं चला रहे हैं लेकिन धरातल तक पहुँचने पहले ही भ्रष्टाचार में बदल जाती है योजना, भ्रष्टाचार विभाग से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों के बिना तो कोई कर्मचारी नहीं कर सकता है । लेकिन घट्टिया जनपद के ग्राम गुनावा के रोजगार सहायक ने तो मृतक के परिवार को भी नहीं छोड़ा,गरीबो का शोषण कर रहा है ,लोग तो मृतक के परिवार के प्रति सहानुभूति जताते हुए उनकी हर संभव मदद का आश्वासन देते हैं लेकिन यहां का रोजगार सहायक दिनेश केवट इसका उल्टा कर वह गरीबों से रिश्वत मांग कर लूट रहा है।

 मामला है ग्राम गुनावा का यहां के मोहनलाल पिता मांगीलाल चौधरी उम्र 50 वर्ष के लगभग की मृत्यु बीमारी के कारण हो गयी थी, मोहनलाल की पत्नी राजूबाई को संबल योजना के तहत शासन से ₹2 लाख की सहायता राशि मिली थी,महिला ने आरोप लगाते हुए बताया कि ग्राम पंचायत का रोजगार सहायक दिनेश केवट उन्हें रुपए खाते निकलवाने के लिए बाइक पर बैठाकर बैंक ऑफ इंडिया इंदिरा नगर लाया,जहां पर उसने जनपद सीईओ,ग्राम पंचायत सचिव खुशबू पंड्या व अन्य अधिकारियों को देने के नाम पर ₹25 हज़ार रुपये महिला से ले लिए व 1लाख 75 हज़ार रुपये महिला को थमा दिए। 
ग्राम पंचायत सचिव दिनेश केवट की पहले भी कई शिकायत अधिकारियों के पास पहुँच चुकी है लेकिन अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं , रोजगार सहायक अपने जिम्मेदारों के बिना को इतने बड़े काम नही कर सकता, जिससे कि उसके हौसले और ज्यादा बुलंद होते जाए ओर योजनाओं का लाभ दिलाने की जगह गरीबों का खून चूसता जाए।

रोजगार सहायक केवट ने प्रधानमंत्री आवास सहित कई मनरेगा की योजना में घट्टिया जनपद के मनरेगा अधिकारी व ग्राम पंचायत सचिव पंड्या के संरक्षण में खूब भ्रष्टाचार किया है वह प्रधानमंत्री आवास योजना में अगली किस्त डालने के लिए भी कई हितग्राहियों से रुपये ले लिए,मजबूर होकर हितग्राहियों ने भी रुपये दिए, हितग्राहियों का काम हो गया तो रोजगार सहायक की पोल खुल रही है।

ग्राम पंचायत गुनावा ओर भी कई खुलासे पढ़े अगले अंक में।