आँवला नवमी पर बाकेबिहारी का किया आकर्षक श्रंगार 

बाकेबिहारी मंदिर प्रांगण में महिलाओ ने किया आँवला व्रक्ष का किया पूजन 

आँवला नवमी पर बाकेबिहारी का किया आकर्षक श्रंगार 
बाके बिहारी मंदिर

आँवला नवमी पर बाकेबिहारी का किया आकर्षक श्रंगार 

महिलाओ ने आँवला व्रक्ष का किया पूजन 

तराना नगर के अतिप्राचीन बाँकेबिहारी मंदिर प्रांगण में बाकेबिहारी का आकर्षक एवं मनमोहक श्रंगार किया साथ ही महिलाओ द्वारा बाकेबिहारी मन्दिर स्थित आँवले के व्रक्ष का पूजन अर्चन किया गया मान्यता है कि  कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को अक्षय नवमी या आंवला नवमी कहा जाता है। इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा करने से पापों से मुक्ति मिलती है और भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता हैआंवला नवमी के दिन आंवला लगाना अति लाभकारी माना गया है। आंवले के पौधे को मंदिर या किसी पार्क में लगाना चाहिए और प्रतिदिन उसकी सेवा करनी चाहिए उपरोक्त जानकारी पंडित पंकज व्यास द्वारा दी गई