सांसद अनिल फिरोजिया ने संसद में उज्जैन नागदा सड़क से गुजरता हूं तो राम-राम करके गुजरता हु

सांसद अनिल फिरोजिया ने संसद में उज्जैन नागदा सड़क से गुजरता हूं तो राम-राम करके गुजरता हु

उज्जैन । आलोट संसदीय क्षेत्र के मध्यप्रदेश के एक सांसद अनिल फिरोजिया ने संसद में कहा कि मैं इस सड़क से गुजरता हूं तो राम-राम करके गुजरता हु। क्यों इन सांसद जी को सड़क पर गुजरने पर राम याद आते हैं। क्या यह मुद्दा लोगों की जान से जुड़ा है।


दरअसल ये पूरा मामला उज्जैन से जावरा की ओर पहुंचने वाली एक स्टेट हाईवे नम्बर 17 सड़क का है। लगभग 70 किलोमीटर के इस रास्ते में रोजाना आधा दर्जन से ज्यादा छोटे-बड़े सड़क हादसे घटित होते हैं। इन हादसों में एक बार तो मरने वालों की संख्या एक दर्जन से अधिक पहुँच गई थी। वही दो या दो से अधिक मोतो का आंकड़ा तो कई बार सामने आ चुका है। यह सड़क अधिक चर्चा में तब आई जब यहां पर एक  स्कूल बस हादसे में 4 बच्चों की मृत्यु हो गई थी और करीब 2 दर्जन बच्चे घायल हुए थे। इस पूरी सड़क पर लगभग 37 जगह ब्लैक स्पॉट घोषित किए गए हैं। यही कारण है कि यहां से गुजरने वाले हर व्यक्ति को राम-राम याद आते है। 

इस विकट समस्या से निजात दिलाने के लिए क्षेत्रीय सांसद अनिल फिरोजिया ने दो रोज पहले संसद में इस सड़क को फोरलेन सड़क में तब्दील करने की मांग रखी है इसी मांग के दौरान वे संसद में इस सड़क पर गुजरते वक्त राम-राम याद करने का किस्सा बताते हुए नजर आए। पूर्व में भी इस सड़क को फोरलेन में परिवर्तन करने के लिए कई प्रयास किए जा चुके हैं। मुख्य रूप से इस सड़क में रुकावट कुछ वर्षों पूर्व बनाए गए हाईवे मार्ग की वसूली को लेकर देखी जा रही है।


पूर्व बनाए गए इस हाइवे मार्ग की राशि की अभी तक पूर्ण रूप से वसूली नहीं हुई है जिसका अनुबंध करीब 20 वर्षों का हुआ था। फोरलेन सड़क बनाने के लिए पूर्व में हाईवे बनाने वाली कंपनी को यह राशि भुगतान करने के बाद ही इस पर अनापत्ति पत्र जारी होने के बाद यह मार्ग फोरलेन में परिवर्तन किया जा सकता है। ओर लोगों की जान बचाने में बड़ा कदम उठाया जा सकता है।