जिले भर के पत्रकारों ने पुलिस महानिरीक्षक एवं जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर थाना प्रभारी पर कार्रवाई की मांग की

मामला कायथा थाना प्रभारी द्वारा  पत्रकार के साथ मारपीट का

जिले भर के पत्रकारों ने पुलिस महानिरीक्षक एवं जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर थाना प्रभारी पर कार्रवाई की मांग की
ज्ञापन देते पत्रकार साथी

मामला कायथा थाना प्रभारी द्वारा  पत्रकार के साथ मारपीट का,

जिले भर के पत्रकारों ने पुलिस महानिरीक्षक एवं जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर थाना प्रभारी पर कार्रवाई की मांग की


तराना। सोमवार को तराना मक्सी कायथा बड़नगर एवं उज्जैन के पत्रकारों ने जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर उज्जैन नगर पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद एवं पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय पर डीआईजी मेडम को ज्ञापन सौंपकर कायथा थाना प्रभारी द्वारा पत्रकार के साथ मारपीट कर षडयंत्र पूर्वक शासकीय कार्य में बाधा का झूठा प्रकरण दर्ज प्रकरण करने वाला घटनाक्रम थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे में बंद है जिसकी जांच कर थाना प्रभारी व प्रधान आरक्षक पर दंडात्मक कार्रवाई  की मांग की गई।
ज्ञापन में बताया गया कि उज्जैन जिले के कायथा थाना प्रभारी लीला सोलंकी द्वारा लगातार शासकीय वाहन के दुरुपयोग एवं थाना क्षेत्र में दिनांक 8 अप्रैल  2023 को बोरदा मांडा में हुई चोरी व 11 अप्रैल 2023 को काठ बड़ौदा शराब दुकान पर हुई लूट के प्रकरण दर्ज नहीं करने के समाचार स्थानीय पत्रकारों द्वारा प्रकाशित किए जा रहे थे। इसी कारण द्वेषता  और षड्यंत्र पूर्वक  18 अप्रैल 2023  मंगलवार को चोरी का प्रकरण दर्ज करते हुए  कायथा के पत्रकार अजय नवरंग को थाने बुलाकर थाना प्रभारी श्रीमती सोलंकी व प्रधान आरक्षक 512 संतोष चौड़ियां द्वारा मारपीट कर शासकीय कार्य में बाधा में झूठा प्रकरण दर्ज किया गया। 
*झूंठा प्रकरण दर्ज करना अनुचित*
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह जी चौहान एवं गृह मंत्री नरोत्तम जी मिश्रा द्वारा सख्त निर्देश दिए गए हैं कि पत्रकारों पर बिना जांच के  कोई प्रकरण दर्ज नहीं किया जाए। ऐसे में तथ्यात्मक समाचार प्रकाशित करने पर थाना प्रभारी द्वारा दर्ज किया गया झूठा प्रकरण  अनुचित है। घटना के बाद पत्रकारों द्वारा कायथा थाने पर दिए गए धरने में  थाना प्रभारी व प्रधान आरक्षक पर कार्रवाई की मांग  पर अधिकारियों द्वारा जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही गई थी। लेकिन 1 सप्ताह बीत जाने के बाद भी ना तो प्रकरण की जांच हुई और ना ही दोषियों पर कार्रवाई की गई ।
*मीडिया लोकतंत्र का रक्षक होने के साथ ही शासन प्रशासन का आईना भी*
मीडिया देश का चौथा स्तंभ है और लोकतंत्र का रक्षक होने के साथ ही शासन प्रशासन का आईना भी  जो कानून  व्यवस्था को बनाए रखने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है यदि इस प्रकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर झूठे प्रकरण दर्ज किए गए तो कानून व्यवस्था ठप हों जाएगी                

*थाने में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच करने की मांग की*
ज्ञापन में पत्रकारों द्वारा मांग की गई कि_ 1. घटना के बाद थाना प्रभारी द्वारा मीडिया में बयान दिया गया की थाने में पत्रकार नवरंग फरियादी पक्ष की रिपोर्ट लिखने के दौरान चोरी की राशि बढ़ाने का दबाव बना रहा था तो अवश्य ही घटना थाने में लगे सीसीटीवी केमरे बंद है जिसकी जांच की जाए।
१.थाना प्रभारी कक्ष में लगे सीसीटीवी कैमरे में पत्रकार नवरंग को गाली गलौज कर थाना प्रभारी द्वारा कि गई हाथापाई एवं घटना के बाद सायं को कुछ सांठगांठ वाले राजनेता भी थाना प्रभारी के पास गए थे जिन की चर्चाएं आदि बिंदुओं की जांच कर घटना में लिप्त थाना प्रभारी एवं प्रधान आरक्षक पर एक जनहित में समाचार प्रकाशित करने वाले पत्रकार के साथ मारपीट करने पर  प्रकरण दर्ज किया जाए


चित्र में- एसपी कार्यालय पर ज्ञापन देते हुए डीआईजी कार्यालय पर ज्ञापन दे