फ्रीगंज के समानांतर ब्रिज बनने का रास्ता साफ , उच्च शिक्षा मंत्री ने दी पूरी जानकारी

फ्रीगंज के समानांतर ब्रिज बनने का रास्ता साफ , उच्च शिक्षा मंत्री ने दी पूरी जानकारी

फ्रीगंज के समानांतर ब्रिज बनने का रास्ता साफ.  

कैबिनेट मंत्री डॉ मोहन यादव ने कराई प्रशासकीय स्वीकृति 

92 करोड़ की लागत से बनेगा
368 मीटर होगी कुल लंबाई. 

चामुंडा माता चौराहे से लेकर महापौर बंगले तक होगा निर्माण. 

भू अर्जन में खर्च होंगे 53 करोड रुपए से अधिक खर्च.   

उज्जैन । लंबी बाधाओं के बावजूद आखिरकार कैबिनेट मंत्री डॉ यादव के प्रयासों से दक्षिण विधानसभा क्षेत्र को एक बड़ी सौगात समानांतर ब्रिज के रूप में मिली है इस ब्रिज की प्रशासकीय स्वीकृति कल विभाग ने जारी कर दी है अब जल्द ही इसके टेंडर लगेंगे और ब्रिज बनने का काम शुरू हो जाएगा.  

विधानसभा चुनाव 2018 के बाद से ही विधायक एवं कैबिनेट मंत्री डॉ मोहन यादव फ्रीगंज ब्रिज के समानांतर ब्रिज बनवाने के लिएके लिए प्रयासरत थे   इस ब्रिज को बनाने में तमाम बाधाएं सामने आई लेकिन उन सब बाधाओं को पार करते हुए आखिरकार कैबिनेट मंत्री डॉ यादव ने विधानसभा की प्रशासकीय स्वीकृति देने वाली समिति से इस ब्रिज के प्रस्ताव को पास करवा कर प्रशासकीय स्वीकृति कल जारी करा दी है स्वीकृति का पत्र लोक निर्माण विभाग सेतु निगम उज्जैन को भी मिल चुका है.  फ्रीगंज के समानांतर ब्रिज बनने का रास्ता साफ हो गया है यह ब्रिज बनने में शासन का 92 करोड़ रुपए से अधिक खर्च होगा.  
 अब जल्द ही इसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी. लोक निर्माण विभाग सेतु निगम ने इस ब्रिज को बनाने के लिए 92करोड़ 76 लाख रुपए का एस्टीमेट भेजा है इस ब्रिज की कुल लंबाई 368.5 मीटर होगी यह ब्रिज चामुंडा माता चौराहे से प्रारंभ होकर महापौर बंगले के सामने तक बनेगा इसमें दोनों और पहुंच मार्ग की 100 मीटर की सड़क भी बनाई जाएगी. ब्रिज मैं बड़े पैमाने पर भू अर्जन पर राशि खर्च होगी. इस ब्रिज की जद में महापौर बंगले के सामने कि कुछ बिल्डिंग भी आ रही है जिनको भू अर्जन मुआवजे के रूप में बड़ी राशि देना पड़ेगी करीब करोड़ रुपए से से अधिक मुआवजे पर खर्च होगा. फ्रीगंज का समानांतर ब्रिज बनने से शहर को एक नया 15 वा नया- ब्रिज मिलेगा.  वही इस ब्रिज के बनने से पुराने ओवर ब्रिज का यातायात का लोड भी कम होगा. जल्द ही इस ब्रिज के टेंडर लगने का काम शुरू होगा और संभावना है कि विधानसभा चुनाव के पहले ब्रिज का भूमि पूजन भी हो जाएगा  इसमें भू अर्जन  में बहुत राशि खर्च हो रही थी इसलिए यह मामला अटका पड़ा था . कल रात्रि में सेतु निगम को भी इस  ब्रिज की प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी गई है अब जल्द ही इस ब्रिज के निर्माण के रास्ते खुल जाएंगे.