"सफलता की कहानी" हितेश का सब्जी व्यवसाय पुनर्जीवित हुआ, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना से व्यवसाय की गाड़ी चल पड़ी

"सफलता की कहानी" हितेश का सब्जी व्यवसाय पुनर्जीवित हुआ, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना से व्यवसाय की गाड़ी चल पड़ी

"सफलता की कहानी" हितेश का सब्जी व्यवसाय पुनर्जीवित हुआ, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना से व्यवसाय की गाड़ी चल पड़ी

उज्जैन । हितेश जाखुनीया, राजीव गांधी नगर उज्जैन निवासी सेठी नगर चौराहे पर सब्जी का व्यवसाय करते है। हितेश के परिवार में 4 सदस्य है जिसमें उनके 2 बच्चे एवं पत्नी है। पत्नी सब्जी व्यवसाय में हितेशका सहयोग करती है। बच्चो की पढाई एवं परिवार का खर्च हितेश सब्जी बेचकर कर ही करते है। हितेश सब्जी व्यवसाय से 10,000 रूपये मासिक रूप से कमा लेते है। हितेश को कोरोना काल में आर्थिक परेशानी झेलनी पड़ी थी। कोरोना काल में सब्जी बेचने की अनुमति तो उन्हें मिल गयी थी, परन्तु व्यवसाय बहुत ही कम था लोग सब्जी खरीदने कम ही आते थे और सब्जी भी थोक भाव में मंहगी पड़ती थी जिससे आमदनी बहुत ही कम थी जो पैसे बचत के रखे थे वह भी आर्थिक खराब होने के कारण खर्च हो गये लॉकडाउन खत्म होते ही बाजार से थोक भाव में खरीदने के लिये ज्यादा राशि नही थी।

हितेश को जब प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के बारे में प्रचार-प्रसार के माध्यम से पता चला तो उन्होने नगर पालिक निगम से संपर्क कर अपना लोन का फार्म भरा, हितेश को बैंक से 10,000/ - की ऋण राशि बिना ब्याज के प्राप्त हुई जिससे उन्होने पुनः थोक भाव से सब्जी खरीद कर अपना व्यवसाय पुर्नजीवित कर लिया। आज उनकी गाड़ी पुनः पटरी पर आ गयी है एवं परिवार की आर्थिक स्थिति में भी सुधार हुआ है। 

हितेश के द्वारा राशि रूपये 10,000 का ऋण बैंक को चुकाने के बाद उन्हे पुनः राशि रूपये 20,000 का ऋण भी स्वीकृत हो चुका है। इस ऋण के लिये हितेश प्रधानमंत्री को बहुत बहुत धन्यवाद देते है और कहते है कि उन्हे प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना से हमारी जरूरत के समय मदद की है नही तो परिवार चलना बहुत मुश्किल होता।