उज्जैन की शिप्रा नदी उफान पर .....

बड़े पुल से 4 फीट नीचे बह रहा पानी

उज्जैन की शिप्रा नदी उफान पर .....

उज्जैन | श्रावण मास के सप्ताह अंत में हो रही झमाझम बारिश सब बदला शिप्रा का स्वरूप।धरती ने ओढ़ी हरियाली की चादर, नदी नाले उफान पर।उज्जैन बारिश की लंबी खींच से बढ़ती उमस के बीच श्रावण मास के अंतिम सप्ताह में बरसे बादलो से मौसम में ठंडक घुलने के साथ ही  धरती को हरियाली की चादर से ढक दिया वही नदी नाले उफान पर आने के साथ ही पुण्य सलिला मां शिप्रा वर्षा काल में पहली बार अपने किनारे छोड़ते हुए उफान पर आ गई जिसके चलते शिप्रा तट पर स्थित देवालय व शिप्रा नदी पर बना छोटा पुल जलमग्न होने पर  जिला प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से बैरिकेट्स लगाकर मार्ग प्रतिबंधित कर दिया बावजूद इसके पुण्य सलिला मां शिप्रा के इस मनोरम स्वरूप को निहारने के लिए हजारों की संख्या में लोग शिप्रा के तट पर पहुंच रहे हैं।

उज्जैन और आसपास के इलाकों में हो रही लगातार बारिश 

बाद एक बार फिर शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ने लगा है। जिससे रामघाट स्थित कई मंदिर भी जलमग्न होने लगे । वहीं उज्जैन शहर की प्यास बुझाने वाला गंभीर डेम भी फूल हो गया जिसके कारण डेम के तीन गेट को एक एक मीटर तक खोलना पड़ा।

उज्जैन जिले में बीते 24 घण्टे से अधिक समय से

तेज बारिश का दौर जारी है सोमवार -मंगलवार देर रात से शुरू हुई बारिश के बाद बुधवार सुबह तक बारिश होती रही। वेधशाला के अधीक्षक राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि बीते 24 घंटे में उज्जैन में करीब 3 इंच से अधिक बारिश हो चुकी है। आगामी 24 घंटे में भी बारिश होने की संभावना है। जिसके चलते बारिश का आंकड़ा अभी और बढ़ेगा। लगातार हो रही बारिश के कारण शिप्रा नदी के रामघाट पर स्थित कई बड़े और छोटे मंदिर डूबने की स्थिति में आ गए रोजाना तर्पण और अन्य पूजन पाठ के लिए आने वाले श्रद्धालु अब मंदिरों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।

डेम फूल ,तीन गेट खोले गए

शहर की प्यास बुझाने वाला गंभीर डेम की क्षमता 2250 एमसीएफटी पानी तक पूरा भर चुका है। सुबह करीब 8:00 बजे उसका एक गेट खोल दिया गया था लेकिन पानी की आवक ज्यादा होने की वजह से डेम के तीन गेट खोले गए। डेम खोलते समय गंभीर डेम से बकायदा मुनादी के रूप में सायरन बजाकर नदी के आसपास रहने वालों को सूचित भी कर दिया है।