संपत्ति के लिए महारानी की बेटी पर हत्या का झूठा आरोप

संपत्ति के लिए महारानी की बेटी पर हत्या का झूठा आरोप
  • संपत्ति के लिए महारानी की बेटी पर हत्या का झूठा आरोप
  • बहू, पोता प्रताड़ित करते थे, महारानी ने खुद लिखा था- इनसे कोई संबंध नहीं रखना चाहती 
  • नरवर रजघराने का केस: महारानी की हत्या नहीं, इंदौर के अस्पताल में सामान्य मृत्यु हुई
  • बेटी विभा देवी ने आखिरी समय तक की देखभाल
  •  पुलिस की मौजूदगी में हुए थे रानी साहिबा के बयान,


उज्जैन। नरवर राजघराने का आपसी विवाद के मामले में दूसरा पक्ष भी खुलकर सामने आ गया है। बीते दिनों स्व. रानी अनिला कुंवर झाला के पोते हिमावत सिंह और बहू कनकबली ने अनिला कुंवर की बेटी विभा सिंह पर आरोप लगाए थे। कहा था कि संपत्ति हड़पने के लिए रानी की हत्या की गई है। मामले में विभा सिंह और उनके बेटे कुशाग्र सिंह ने एक प्रेस नोट जारी कर इन आरोप को बेबुनियाद बताया है। विभा सिंह और कुशाग्र सिंह का कहना है कि रानी अनिला कुंवर को पोता हिमावत सिंह और बहू कनकबली संपत्ति के लिए प्रताड़ित करते थे। रानी इनके साथ नहीं रहना चाहती थी और यह बात उन्होंने खुद पुलिस अधिकारियों को लिखकर दी थी। इसके साथ ही हत्या जैसे आरोप पूरी तरह मनगढ़ंत हैं। रानी की मृत्यु इंदौर के एक  प्रतिष्ठित अस्पताल में सामान्य रूप से हुई थी।


उल्लेखनीय है कि नरवर राजघराने की संपत्ति से जुड़े में कई न्यायालय में विचाराधीन चल रहे हैं। इस बीच बीते सप्ताह रानी अनिला कुंवर के पोते हिमावत सिंह और उसका मां कनकबली ने एक प्रेसवार्ता कर रानी अनिला कुंवर की बेटी विभा सिंह और कुछ अन्य लोगों पर आरोप लगाए थे। इसके जवाब में दूसरे पक्ष की ओर से भी एक प्रेसनोट जारी किया गया है। इसमें कई खुलासे किए गए हैं।


कुशाग्र सिंह ने बताया कि रानी अनिला कुंवर कई बार पुलिस को हिमावत की शिकायत कर चुकी थीं। इसके अलावा  अक्टूबर 2021 में वह अपनी मर्जी से मेरे साथ उज्जैन आई थीं। वे बीमार रहती थीं और नरवर में स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर न होने के कारण उन्हें उज्जैन लाया गया। इस दौरान भी हिमावत ने हरकत करते हुए उनकी गुमशुदगी दर्ज करा दी थी। बाद में पुलिस दस्तियाब के दौरान रानी साहिबा को विभा देवी के सुपुर्द किया गया था।

विभा देवी का कहना है कि रानी अनिला कुंवर मेरी मां थी। मैं खुद एक विधवा महिला हूं। हिमावत संपत्ती के लालच में कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर झूठे आरोप लगा रहा है। मैंने मेरी मां का आखिरी समय तक ध्यान रखा है। उनकी मृत्यु इंदौर के अस्पताल में सामान्य रूप से हुई है। हिमावत और उसकी मां कनकबली गुमराह कर रहे हैं।


कुशाग्र सिंह ने बताया कि हिमावत सिंह और उसकी मां कनकबली ने परिवार के अन्य सदस्यों को भी काफी परेशान किया था। मेरी बहन स्व. शशि कुमारी, स्व भाई वीरभद्र के खिलाफ भी कई झूठी शिकायत की थी।

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