मकान और प्लाट का नामकन रजिस्ट्री के साथ होगा

मकान और प्लाट का नामकन रजिस्ट्री के साथ होगा

मकान और प्लाट का नामकन रजिस्ट्री के साथ होगा। 

उज्जैन।  मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने पहली कैबिनेट बैठक में कई अहम निर्णय लिया है इसमें से एक  निर्णय मकान और जमीन की रजिस्ट्री के समय ही नामंतरण होने की प्रक्रिया से लोगो को नए वर्ष में कई परेशानियों से छुटकारा मिलेगा। पंजीयन कार्यालय ने भी आरसीएमसी पोर्टल से संपदा पोर्टल से लिंकअप किया है। कृषि भूमि की रजिस्ट्री होते ही नामंतरण का रजिस्ट्रेशन हो जाता है। मकान और जमीन के लिए नई गाइडलाइन बनाना बाकी है। 

मध्यप्रदेश के मुख्य मंत्री डा मोहन यादव ने पहली कैबिनेट को बैठक में मास और अंडे के खुले रूप से विक्रय और लाउड स्पीकर पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही पंजीयन कार्यालय पर ही नामांतरण करने की प्रक्रिया आप पूरी करने के निर्देश दिए हैं इसको लेकर उज्जैन के रेवेन्यू विभाग ने तयरिया  शुरू कर दी है। प्रतिदिन यहां पर मकान कृषि भूमि और प्लाटों की रजिस्ट्री सैकड़ो की संख्या में होती है। यहां पर कई बार लोगों को परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है कृषि भूमि की रजिस्ट्री होने के बाद रेवेन्यू विभाग के आरसीएमसी पोर्टल के माध्यम से संपदा पोर्टल के लिंक पर तुरंत रजिस्ट्रेशन हो जाता है। उज्जैन रजिस्टर ऋतुंबरा त्रिवेदी ने बताया की हमारे यहां कृषि भूमि का रजिस्ट्रेशन होने के बाद तुरंत ही नामतरण के लिए रजिस्ट्रेशन होता है। जल्द ही नए आदेश का पालन करते हुए जल्द ही नया पोर्टल बनाया जायेगा।  इससे लोगों को काफी सुविधा मिलेगी। एक ही जमीन के दो बार रजिस्ट्री की समस्या नामांतरण होने से खत्म हो जायेगी।