सब्जी विक्रेता की अनूठी पहल , 10 रु मैं थैला लो सब्जी घर ले जाओ आकर वापस करो पैसा बापस लो

सब्जी विक्रेता की अनूठी पहल , 10 रु मैं थैला लो सब्जी घर ले जाओ आकर वापस करो पैसा बापस लो
  • पॉलिथीन बंद करने सब्जी विक्रेता की अनूठी पहल
  • एसडीओपी पर्यावरण संरक्षण को लेकर किया सम्मानित
  • 10 रु मैं थैला लो सब्जी घर ले जाओ आकर वापस करो पैसा बापस लो

नर्मदापुरम। जिले के सोहागपुर नगर में एक सब्जी विक्रेता ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर छोटी सी पहल की है उसने पॉलिथीन बंद करने के लिए अनूठी पहल की है सब्जी विक्रेता नर्मदा प्रसाद कुशवाहा की दुकान पर जो भी ग्राहक आता है वह उसे पॉलिथीन में सब्जी नहीं देते यदि किसी के पास थैला नहीं होता तो वह ₹10 में थैला देता है और ग्राहक वापस आकर यदि थैला वापस करता है तो उसे ₹10 वापस कर दिए जाते हैं उसकी इस बात से प्रभावित होकर और अन्य लोगों को प्रोत्साहन करने हेतु एसडीओपी अंतरराष्ट्रीय कवि मदन मोहन समर ने उसकी दुकान पर जाकर उसे सम्मानित किया एसडीओपी ने बताया एक छोटा सा अनपढ़ सब्जी विक्रेता पर्यावरण को लेकर इतना सजक है उसी की तरह अन्य लोग हो जाएं तो पॉलिथीन बंद हो जाएगी यदि उसकी दुकान पर प्रतिदिन 2 किलो पन्नी बचती है तो साल भर में कई कुंटल पन्नी बचेगी और यदि सभी ऐसा करने लगे तो धीरे-धीरे पन्नी बंद ही हो जाएगी इसके पूर्व इस सब्जी विक्रेता को नगर परिषद ने भी सम्मानित किया था ग्राहक भी इस पहल से उत्साहित दिखाई दिए उनका कहना था की जल्दबाजी में या ऑफिस से लौटते समय थैला नहीं होता इस दुकान पर थैला मिल जाता है सब्जी घर ले जाते हैं दूसरे दिन ऑफिस जाते समय या अन्य कार्य करने बाजार आने पर थेला देकर पैसा ले लेते हैं

 लाख कोशिशों के बावजूद पॉलीथिन का उपयोग पूरी तरह बंद नहीं हो पा रहा है परंतु एक छोटे से सब्जी विक्रेता नर्मदा प्रसाद कहार 40 वर्ष ने बिना थैला लिए सब्जी खरीदने वाले ग्राहकों के लिए अनूठा ऑफर शुरू किया है पॉलिथीन की जगह ऐसे ग्राहकों को ₹10 में फैला देता है और बाद में थैला वापिस देने पर ₹10 लौटा देता है किसके द्वारा यह कार्य 2 वर्षों से किया जा रहा है इसका असर ग्राहकों पर भी दिख रहा है उसकी दुकान पर सैकड़ों ग्राहक ऐसे हैं जो स्वयं का थैला लेकर आने लगे हैं एसडीओपी ने कहा यदि उसके छोटे से प्रयास से थोड़ा सा भी सुधार होता है तो यह पर्यावरण के लिए बहुत अच्छी बात है उनकी बात से प्रभावित होकर उन्होंने सम्मान दिया है इस बात से प्रभावित होकर इंग्लैंड में रहने वाली वीणा सिंह लिवरपूल में उससे उसे उत्साहित करने के लिए पोस्ट की है।