- अन्नू कपूर के साथ उज्जयिनी अंताक्षरी का आयोजन आज
- ऑडिशन के अंतिम दिन प्रतिभागियों ने किया कला का प्रदर्शन
उज्जैन। विक्रमोत्सव अंतर्गत अभिनेता अन्नू कपूर के साथ उज्जयिनी अंताक्षरी का आयोजन आज सायं 07:00 बजे घंटा घर चौराहा (टॉवर चौक) होगा। अंताक्षरी के लिए हुए ऑडिशन में प्रदेशभर से आये प्रतिभागियों ने अपने कला का प्रदर्शन किया। ऑडिशन के अंतिम दिन 205 प्रतिभागियों ने ऑनलाइन एवं 70 ने ऑफ लाइन आवेदन किया था।
अभिनेता डॉक्टर अन्नू कपूर का कहना है भारतीय परंपरा में अंताक्षरी एक लोकप्रिय पारंपरिक खेल है, जो मुख्य रूप से गीतों, श्लोकों या कविताओं के माध्यम से खेला जाता है। यह खेल भारत की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है। प्राचीन समय में इसे संस्कृत श्लोकों के रूप में भी खेला जाता था। अंताक्षरी न केवल मनोरंजन का एक साधन है, बल्कि यह भारतीय संगीत, भाषा और संस्कृति को जीवंत बनाए रखने का एक तरीका भी है। यह परंपरा आज भी हर पीढ़ी के बीच उतनी ही लोकप्रिय है जितनी पहले थी अभिनेता का मानना है कि अंताक्षरी का इतिहास भारतीय लोक-संस्कृति और काव्य-परंपरा से गहराई से जुड़ा हुआ है। यह खेल विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं और बोलियों, जैसे मालवी, अवधी, ब्रज, हाड़ौती आदि में प्रचलित रहा है। अंताक्षरी की परंपरा मौखिक कविता-संस्कृति का हिस्सा रही है, जिसमें लोग तुकबंदी और छंदबद्ध गीतों के माध्यम से संवाद करते थे। प्राचीन भारत में मौखिक परंपरा बहुत मजबूत थी, और यह वेदों के समय से चली आ रही थी। लोकगीतों और धार्मिक भजनों के माध्यम से अंताक्षरी की शैली विकसित हुई। कृष्णभक्ति और रामभक्ति काव्यधाराओं में अंताक्षरी के तत्व मिलते हैं।