उज्जैन। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा किसानों के हित में लागू की गई सोयाबीन भावांतर योजना के समर्थन और धन्यवाद के लिए रविवार को उज्जैन में किसानों ने ऐतिहासिक रैली निकाली।
इस दौरान एक हजार से अधिक ट्रैक्टर और 50 से अधिक हार्वेस्टर मशीनों के साथ हजारों किसान उज्जैन की सड़कों पर उतरे। किसानों के ट्रैक्टरों पर भगवा ध्वज और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फोटो वाले बैनर लगे थे, जिन पर लिखा था —
“सोयाबीन भावांतर के लिए मध्यप्रदेश सरकार को धन्यवाद”।
रैली का शुभारंभ चिमनगंज कृषि उपज मंडी से हुआ, जहां से यह आगर रोड, चामुंडा माता मंदिर, फ्रीगंज ब्रिज, टॉवर चौक और तीन बत्ती चौराहा होते हुए दशहरा मैदान तक पहुंची।
रैली को उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार और सांसद अनिल फिरोजिया ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। शहर के विभिन्न स्थानों पर लोगों ने मंच लगाकर किसानों का स्वागत किया।
मंत्री इंदर सिंह परमार ने बताया कि “सरकार ने किसानों को एमएसपी के बराबर मूल्य दिलाने के लिए भावांतर योजना लागू की है। जिन किसानों की फसल कम दाम पर बिकी है, उन्हें शेष राशि सरकार सीधे खाते में जमा करेगी।”
रैली में शामिल किसान महेंद्र देथलिया (गोंदिया गांव) ने बताया —
“हम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार को धन्यवाद देने आए हैं। स्वयं के खर्च पर यह रैली निकाली जा रही है। हमें विश्वास है कि भावांतर राशि 15 दिनों में हमारे खातों में आ जाएगी।”
वहीं किसान दिनेश पटेल ने कहा —
“यह योजना किसानों के लिए बहुत कारगर साबित होगी। इसी खुशी में हम सभी इस रैली में शामिल हुए हैं।”
सरकार की इस पहल से किसानों में उत्साह और विश्वास का माहौल देखा गया।
उज्जैन की यह रैली प्रदेशभर में किसान एकजुटता और सरकार के प्रति समर्थन का प्रतीक बनी।