- शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में जल भराव,
- दो अलग अलग जगह रेस्क्यू कर 20 लोगो को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया,
- स्कूल बस डूबी,
- नदी के पास आश्रम में यात्री फंसे, दाऊदखेड़ी क्षेत्र के स्कूल से आधा दर्जन शिक्षको को बाहर निकाला,
- 24 घण्टे में हुई 6 इंच बारिश,
Ujjain News | उज्जैन में पिछले 24 घंटे से लगातार जारी बारिश के कारण जहां एक और शिप्रा नदी उफान पर है तो वही निचले इलाकों में जल भराव की स्थिति देखने को मिल रही है। शिप्रा नदी में आई बाढ़ के कारण घाटों पर मौजूद करीब दो दर्जन से अधिक मंदिर पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं । बड़े मंदिरों के केवल शिखर दिखाई दे रहे हैं। शिप्रा नदी के राम घाट से चकर्तीथ तक के दो ब्रिज पूरी तरह जलमग्न हो चुके है। बड़े पुल से 2 फिट नीचे पानी बह रहा है। घाटों के आसपास बैरिकेड लगा दिए गए हैं। होमगार्ड एसडीआरएफ और पुलिस जवान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैनात है। यहां पिछले 24 घंटे में 6 इंच बारिश हुई है । अभी भी रुक रुक कर बारिश का दौर जारी है।
बारिश के कारण आज शहर के दो अलग-अलग स्थान पर जल भराव की स्थिति देखने को मिली। जहां पुलिस और एनडीआरएफ को रेस्क्यू करना पड़ा। दाऊदखेड़ी क्षेत्र में शासकीय विद्यालय में फंसे 6 शिक्षकों को नाव के द्वारा रेस्क्यू किया गया। इसी इलाके में एक स्कूल बस भी फस गई ।हालांकि बस खाली थी, परंतु जल स्तर बढ़ने के कारण बस का 70 फ़ीसदी हिस्सा डूब गया।
प्रशासन द्वारा दूसरा रेस्क्यू शिप्रा नदी के किनारे स्थित रणजीत हनुमान के पास आश्रम में किया गया। यहां गौ सेवाकुल आश्रम में करीब 16 लोग फंसे हुए थे। जिसमें तीन महिला और 13 पुरुष थे। इसमें से ज्यादातर यात्री बाहर के थे। दरअसल सुबह से शिप्रा नदी का जल स्तर बढ़ने लगा जिसके कारण इस आश्रम में भी धीरे-धीरे जल भराव की स्थिति निर्मित हो गई । स्थिति भयावाह न हो इसको ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रशासन ने एनडीआरएफ और होमगार्ड के साथ तत्काल रेस्क्यू शुरू किया। यहां नाव लाई गई और रस्सी के सहारे लोगों को नाव तक पहुंचाकर सुरक्षित जगह भेजा गया। बाढ़ के कारण निर्मित होने वाली चुनोतियाँ से निपटने के लिए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है।