- जल संसाधन मंत्री सिलावट आयें
- सिंहस्थ की योजना का निरीक्षण किया
- समय पर काम पूरा होने का किया दावा
उज्जैन | मघ्यप्रदेश सरकार के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट आज उज्जैन आये और सिंहस्थ के लिए बनाई गई चार महत्व काशी योजनाओं का निरीक्षण किया । इस दौरान उन्होंने बातचीत में कहा कि सभी काम समय सीमा में पूरे करा लिये जायेंगे।
मघ्यप्रदेश की मोहन सरकार द्वारा वर्ष 2028 में उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ महापर्व कों ऐतिहासिक बनाने के लिए युद्धस्तर पर तैयारियां शुरू कर दी गई है। सरकार द्वारा सिंहस्थ मेले में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 2400 करोड़ रुपए की लागत से कान्ह डायवर्जेंन डक्ट परियोजना,सिलार खेड़ी एवं सिलार खेड़ी योजना, कान्ह क्षिप्रा बैराज योजना और क्षिप्रा नदी पर घाट निर्माण की योजना बनाई गई है।इन सभी योजनाओं पर जल संसाधन विभाग द्वारा तेजी के साथ काम कराया जा रहा है। आज जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट उज्जैन आयें और प्रशासनिक अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों को साथ लेकर कान्ह डायवर्जेंन डक्ट परियोजना और सेवर खेड़ी एवं सिलार खेड़ी योजना के काम का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने 12 किलोमीटर मीटर लंबी बन रही टनल का नीचे उतर कर निरीक्षण किया और साथ चल रहे अधिकारियो से जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने टनल बनाने के काम में लगे श्रमिकों से बातचीत कर उन्हें मिठाई खिलाकर मुंह मीठा कराया। इस मौके पर जिले के प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, कलेक्टर रोशन सिंह,निगम सभापति कलावती यादव,विघायक सतीश मालवीय और शहर भाजपा अध्यक्ष संजय अग्रवाल भी मौजूद रहे। निरीक्षण के बाद मिडिया के साथ बातचीत में जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा सभी काम 2027 तक पूरे करा लिये जायेंगे जिसमें क्वांटिटी और क्वालिटी में कोई समझौता नहीं किया जायेगा।