उज्जैन पुलिस को बड़ी सफलता: ई-रिक्शा बैटरी चोरी गिरोह का भंडाफोड़, 20 बैटरियां और तीन वाहन जप्त

centralvoicenews

29/04/2025

उज्जैन पुलिस को बड़ी सफलता: ई-रिक्शा बैटरी चोरी गिरोह का भंडाफोड़, 20 बैटरियां और तीन वाहन जप्त

उज्जैन | थाना चिमनगंज पुलिस ने ई-रिक्शा बैटरी चोरी की वारदातों में शामिल एक शातिर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चोरी की गई 20 ई-रिक्शा बैटरियां और वारदात में प्रयुक्त तीन कारें जप्त की हैं। कुल जब्ती की कीमत लगभग 18 लाख रुपये आंकी गई है।

गिरोह की करतूतें

आरोपियों ने बीते आठ महीनों से लगातार उज्जैन सहित आसपास के जिलों में बैटरी चोरी की वारदातों को अंजाम दिया है। ये आरोपी दिन में रैकी कर रात के समय ई-रिक्शा से बैटरियां चुरा लेते थे। पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि गिरोह का नेटवर्क विभिन्न जिलों तक फैला हुआ है और चोरी की गई बैटरियों को खरीदने वालों की जानकारी भी जुटाई जा रही है।

पुलिस कार्यवाही का ब्यौरा

पुलिस अधीक्षक उज्जैन के निर्देशन में जिलेभर में सक्रिय अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (पूर्व)  नितेश भार्गव के मार्गदर्शन और नगर पुलिस अधीक्षक सुमित अग्रवाल के नेतृत्व में चिमनगंज थाना प्रभारी की टीम को यह सफलता मिली।

फरियादी की शिकायत पर थाना चिमनगंज में धारा 303(2) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। मुखबिरों से मिली सूचना और सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने 27 अप्रैल को गरोठ बायपास ब्रिज के पास से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।

गिरफ्तार आरोपी और उनका आपराधिक रिकॉर्ड

  1. अशोक पिता रतनलाल चौहान (29 वर्ष) — निवासी पिपलिया नौलाय, जिला शाजापुर। इस पर उज्जैन सहित अन्य जिलों में 16 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
  2. भरत पिता शिवलाल राठौर (35 वर्ष) — निवासी हिंगोरिया, जिला मंदसौर।
  3. परवेज उर्फ अज्जु पिता हबीब नूर (34 वर्ष) — निवासी बेगमबाग, उज्जैन। इस पर उज्जैन, आगर, इंदौर व धार में कुल 7 मामले दर्ज हैं।

वारदात का तरीका

आरोपी दिन में रिक्शा की पार्किंग जगहों की रैकी करते और रात में सुनसान स्थानों से ई-रिक्शा को ले जाकर बैटरियां निकालते थे। वाहन की वायरिंग से छेड़छाड़ कर लॉक तोड़ने में भी माहिर थे।

पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका

इस कार्रवाई में निरीक्षक गजेंद्र पचोरिया, उनि यादवेंद्र सिंह परिहार, प्रतीक यादव (साइबर सेल), प्रधान आरक्षक शैलेश योगी, मनोज चावड़ा, प्रेम सभरवाल (साइबर सेल), आरक्षक श्यामबरन सिंह, हिमांशु सारंगी, अंकित, देवेंद्र एवं सैनिक चंदन नरवरिया का विशेष योगदान रहा।

आगे की कार्यवाही

गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में गिरोह के अन्य तीन साथियों की पहचान हुई है, जिनकी तलाश जारी है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि चोरी की गई बैटरियों को कौन खरीद रहा था।

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