- महाकाल मंदिर के पास मुस्लिम बाहुल्य बेगमबाग क्षेत्र में मोहन सरकार का चला बुलडोजर,
- डेढ़ माह पहले महाकाल दर्शन के बाद हिंदूवादी नेता टी राजा ने इंदौर में दिया था बयान, महाकाल मार्ग से गोल टोपी वाले हटाए जाए,
- 12 अवैध बिल्डिंग को किया जा रहा है जमीदोज,
- सैय्यद नियामत अली, रोशनी बी, मोहम्मद अय्यूब, अब्दुल खालिद, रईस मोहम्मद, साजिद खां, अकीला बी, मोहम्मद नासिर, एजाज अहमद, आइसा बी, उवेश खां, अब्दुल नासिर, अब्दुल शाकिर, अनीसा बी और फेमीदा बी की बिल्डिंग पर हो रही कार्यवाही,
- एक दर्जन पोकलेन व बुलडोजर के द्वारा की जा रही है कार्यवाही
- लोअर कोर्ट, हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट से स्टे समाप्त होने के बाद शुरू हुई कार्रवाई,
- उज्जैन विकास प्राधिकरण के आवासीय भूखंडों पर धर्म विशेष के लोगों ने व्यवसायिक तौर पर किया था अवैध अतिक्रमण,
उज्जैन विकास प्राधिकरण ceo, 100 पुलिस अधिकारी व जवान , 100 नगरनिगम कर्मी व प्रशासन का अमला तैनात,
उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर के पास बेगम बाग क्षेत्र में 12 अवैध बिल्डिंगों पर मोहन यादव सरकार की एक बार फिर बुलडोजर कार्रवाई देखने को मिली है। यह मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र है जो कि महाकाल मंदिर पहुंच मार्ग पर है। महाकाल मन्दिर के नीलकंठ द्वार के सामने कार्यवाही की जा रही है। यह प्रॉपर्टी उज्जैन विकास प्राधिकरण की है । जिसे 30 वर्ष की लीज पर आवासीय उपयोग के लिए दिया गया था। बावजूद इसके यहां धर्म विशेष के लोगों ने नियम विरुद्ध इसका व्यावसायिक उपयोग किया। लीज समाप्ति के बाद लीज का नवीनीकरण नहीं हो सका । जब उज्जैन विकास प्राधिकरण ने नोटिस दिए तो संबंधित लोग न्यायालय पहुंच गए। लोअर कोर्ट, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से स्टे खारिज होने के बाद अवैध अतिक्रमण पर अब यह कार्रवाई की जा रही है।
MP News : ओंकारेश्वर मंदिर परिसर से लगभग ढाई लाख रुपए के मिल्क केक एवं मावा के पेड़े जप्त
सुबह 8 बजे शुरू हुई कार्रवाई में किसी प्रकार का कोई विरोध प्रदर्शन देखने को नही मिला । दरअसल यहां पिछले 4 माह के भीतर इसी प्रकार 26 बिल्डिंग को जमीदोंज किया गया था तब जरूर विरोध हुआ था। आज कार्यवाही शांतिपूर्ण चल रही है। यहां 100 से अधिक पुलिस अधिकारी और जवान तैनात किए गए है। जिनमे सीएसपी, टीआई व जवान मौजूद है। वहीं करीब 100 की संख्या में प्रशासन का भी अमला भी मौजूद है। जिसमे विकास प्राधिकरण ceo, नगर निगम उपयुक्त, एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी , निगमकर्मी शामिल है।
जिस जगह कार्यवाही चल रही है यह महाकाल मंदिर के पास है। मुस्लिम बाहुल्य होने के कारण अति संवेदनशील क्षेत्र माना गया है। इसलिए यह रास्ता पूरी तरह बन्द कर दिया गया है।
दरअसल पूरा मामला इस प्रकार है कि उज्जैन विकास प्राधिकरण ने वर्ष 1985 में बेगम बाग क्षेत्र में करीब 28 भूखंड आवासीय तौर पर 30 साल की लीज पर दिए थे। भूखंड धारकों ने इन भूखंडों का उपयोग आवासीय तौर पर करने की बजाय पूरी तरह व्यावसायिक तौर पर कर लिया। जो कि नियम विरुद्ध था। इसके साथ ही वर्ष 2014-15 में लीज भी समाप्त हो गई । जिसे नवीनीकरण भी नहीं कराया गया। भूखंडों को लेकर उज्जैन विकास प्राधिकरण ने लगातार नोटिस दिए। वर्ष 2023-24 में उज्जैन विकास प्राधिकरण ने भूखंड धारकों की लीज समाप्त कर दी । जिसको लेकर भूखंड धारक न्यायालय पहुंचे जहां उन्हें स्टे मिल गया। इन भूखंडों का अलग-अलग न्यायालय में मामला विचाराधीन रहा ।न्यायालय का स्टे हटते ही तोड़ने की कार्यवाही शुरू कर दी गई । यहां पूर्व में भी तीन चरणों मे करीब चार माह के भीतर 26 बिल्डिंगों को हटाया गया था। खास बात तो यह है कि उज्जैन विकास प्राधिकरण ने यहां 28 भूखंड आवंटित किए थे। जिनमें प्रत्येक की साइज करीब 2400 स्क्वेयर फीट थी।भूखंड धारकों ने इनके अलग-अलग टुकड़े कर करीब 65 बिल्डिंग बना ली। आज दिनांक तक 65 में से 38 बिल्डिंग को जमीदोंज किया गया है शेष 27 बिल्डिंगों को भी कानूनी प्रक्रिया के तहत तोड़ा जाएगा।
CM News : मुख्यमंत्री डॉ. यादव से फिल्म अभिनेता श्री आशुतोष राणा ने की सौजन्य भेंट
आज जिन 12 बिल्डिंगों पर कार्रवाई की जा रह है न्यायालय ने इनका स्टे खारिज कर दिया था । इसके बाद विकास प्राधिकरण की ओर से नोटिस दिया गया था जिनकी समय सीमा समाप्त हो गई। भवन मालिको से बातचीत की गई और उन्हें न्यायालय प्रक्रिया के बारे में समझाया गया। इसके बाद उन्होंने स्वतः अपनी बिल्डिंग खाली करना शुरू कर दी। इसलिए यह कार्रवाई शांतिपूर्ण तरीके से चल रही है।
आज जिन 12 बिल्डिंग को जमीदोंज किया जा रहा है उन पर जिन लोगो का कब्जा था उनकी विस्तृत जानकारी यह है
विकास प्राधिकरण के भूखंड क्रमांक 26, 48 और 63 है। इन 3 भूखंडों पर 12 अवैध बिल्डिंग बना ली गई थी। जो कि वर्तमान में सैय्यद नियामत अली, रोशनी बी, मोहम्मद अय्यूब, अब्दुल खालिद, रईस मोहम्मद, साजिद खां, अकीला बी, मोहम्मद नासिर, एजाज अहमद, आइसा बी, उवेश खां, अब्दुल नासिर, अब्दुल शाकिर, अनीसा बी और फेमीदा बी के नाम पर है।
इस मामले में खास बात यह है कि जिस जगह पर यह बुलडोजर कार्रवाई हो रही है उस जगह को लेकर करीब डेढ़ माह पहले हिंदूवादी नेता टी राजा ने कहा था कि यहां काफी संख्या में टोपी वाले दिखते हैं , जबकि यह महाकाल मंदिर का मुख्य मार्ग है इसलिए इन्हें हटाया जाना चाहिए। हालांकि यह कार्रवाई उज्जैन विकास प्राधिकरण की है जो की पूरी तरह न्यायालयीन कार्रवाई है।
उज्जैन विकास प्राधिकरण सीईओ संदीप कुमार सोनी ने बताया कि माननीय न्यायालय से स्टे खारिज होने के बाद यह कार्रवाई की जा रही है । भूखंड धारक को भूखंड आवासीय तौर पर दिए गए थे जिसे उन्होंने व्यावसायिक उपयोग किया। इसके अलावा लीज समाप्त होने के बाद लीज नवीनीकरण भी नहीं हो सका है। इसलिए यह कार्रवाई की गई।