उज्जैन | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किला मैदान में आयोजित होने वाले ‘सम्राट विक्रमादित्य महानाट्य’ और सांस्कृतिक प्रदर्शनी की पहल की भूरी-भूरी प्रशंसा की है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में कहा,
“मुझे खुशी है कि मध्यप्रदेश के ऊर्जावान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी के मार्गदर्शन में आयोजित इस महोत्सव के माध्यम से सम्राट विक्रमादित्य की गौरवगाथा और वैभव को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।”
🇮🇳 विक्रमादित्य – भारतीय संस्कृति की पहचान और प्रेरणा
प्रधानमंत्री ने कहा कि सम्राट विक्रमादित्य का शासन जनकल्याण, सुशासन और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीक रहा है। उन्होंने साहित्य, कला और विज्ञान को प्रोत्साहित कर विक्रम संवत की परंपरा को जन्म दिया, जो आज भी भारतीय संस्कृति की पहचान है।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि यह आयोजन सिर्फ एक सांस्कृतिक उत्सव नहीं, बल्कि भारत की जड़ों, इतिहास और आत्मबोध को पुनः जाग्रत करने का प्रयास है।
युवा पीढ़ी को जोड़ेगा अतीत से
प्रधानमंत्री मोदी ने विश्वास जताया कि यह आयोजन वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों को भारत के स्वर्णिम अतीत से परिचित कराएगा, और उनमें राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा भरेगा।
“यह आयोजन देश की सांस्कृतिक चेतना को और अधिक सशक्त बनाएगा और हमारी युवा पीढ़ी को आत्मविश्वास से परिपूर्ण, जागरूक और कर्तव्यनिष्ठ नागरिक बनने की दिशा में प्रेरित करेगा।” – प्रधानमंत्री मोदी
आयोजन को लेकर उत्साह
लाल किला मैदान में होने वाला यह तीन दिवसीय महोत्सव, देशभर से जुटे कलाकारों और सांस्कृतिक गतिविधियों से सजा रहेगा। प्रदर्शनियों, नाट्य प्रस्तुतियों और ऐतिहासिक झलकियों के माध्यम से सम्राट विक्रमादित्य का व्यक्तित्व और कृतित्व जनमानस तक पहुंचेगा।