विश्व एड्स दिवस पर बंदियों के लिए आयोजित हुआ विशेष स्वास्थ्य परीक्षण शिविर

विश्व एड्स दिवस पर बंदियों के लिए आयोजित हुआ विशेष स्वास्थ्य परीक्षण शिविर
  • "विश्व एड्स दिवस पर बंदियों के लिए आयोजित हुआ विशेष स्वास्थ्य परीक्षण शिविर"
  • "महिला बंदियों को विशेष जागरुकता कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण हेतु जानकारी दी"

उज्जैन |  राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर तथा मान. प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, उज्जैन आर.के. वाणी साहब के निर्देशन में केंद्रीय जेल भैरवगढ़, उज्जैन में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से विश्व एड्स दिवस के अवसर पर बंदियों के हितार्थ विशेष स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। जेल के अधिकारियों एवं बंदी भाईयों के द्वारा चिकित्सक टीम के डॉक्टर्स का स्वागत किया गया।

कार्यक्रम में प्राधिकरण के सचिव / जिला न्यायाधीश अरिवंद कुमार जैन ने बताया कि केंद्रीय जेल में लगभग 2600 बंदी अभिरक्षा में निवासरत हैं, जो कि एक छोटे से गांव की आबादी के बराबर है। मासिक निरीक्षण के दौरान जब अनेक बंदियों द्वारा अपनी स्वास्थ्य सबंधी समस्याएं बतायी गयी तो जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित कर विश्व एड्स दिवस के अवसर पर विशेष स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजित किया गया है, जो निश्चित रूप से महिला एवं पुरुष बंदियों के लिए लाभकारी है। श्री जैन ने बंदियों को मार्गदर्शित किया कि परहित सरस धरम नहीं भाई पर पीडा सम नहीं अधिमाई" के मार्ग पर चलकर अपना जीवन जीना चाहिए। उन्होंने स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में पधारे चिकित्सकों को शुभकामनाएं व्यक्त कर विशेष स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का शुभारंभ किया।

जिला विधिक सहायता अधिकारी  चन्द्रेश मण्डलोई ने उपस्थित बंदियों को महिलाओं के प्रति सभी प्रकार की हिंसा एवं भेदभाव की समाप्ति हेतु आयोजित विशेष जागरुकता कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण की जानकारी, निःशुल्क विधिक सहायता एवं सलाह योजना, म०प्र० अपराध पीड़ित प्रतिकर योजना 2015, घरेलु हिंसा, नालसा एसिड अटैक योजना, महिलाओं के अधिकार, लोक अदालत, मीडिएशन, परिवार विवाद समाधान योजना की जानकारी देते हुए कहा कि किसी बदी की कोई कानूनी समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा है तो वह समाधान हेतु आवेदन जेल के अधिकारियों के माध्यम से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में भिजवाकर निराकरण करा सकते हैं।

एड्स कंट्रोल सोसायटी की नोडल अधिकारी डॉ. सुनीता परमार ने बताया कि जेल में अभिरक्षित बंदियों के लिए विशेष स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन करना बहुत अच्छा कार्य हैं। भविष्य में भी स्वास्थ्य विभाग शिविर आयोजन में सहयोग करने हेतु तत्पर रहेगा। उन्होंने उन्होंने लाईलाज एड्स नामक संक्रामक रोग एवं टी.बी. को फैलने से रोकने संबंधी महत्वपूर्ण बातें बंदियों को कही तथा शासन द्वारा एड्स एवं टीबी जैसे रोगों की चिकित्सा एवं पुनर्वास हेतु चलाये जा रहे अभियान एवं कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में जानकारियां भी प्रदान की जेलर केंद्रीय जेल श्री सुरेश गोयल के द्वारा भी इस शिविर को बंदीजनों के स्वास्थ्य हेतु काफी लाभकारी होना बताया गया और इस पहल को आगे जारी रखने का निवेदन किया गया।

इस अवसर पर जिला न्यायाधीश एवं सचिव श्री अरविंद कुमार जैन, जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री चन्द्रेश मण्डलोई डॉ. सुनीता परमार, जेलर श्री सुनील शर्मा, जेलर श्री जे. एस. डाबर, डिप्टी जेलर श्री सुरेश गोयल, डिप्टी जेलर श्री प्रवीण मालवीय, डॉ. महेश मरमट डॉ. अदिति सिंह, डॉ. मुशीखान, डॉ. नेहा चौहान, डॉ. यशस्विनी चौहान एवं डॉक्टर्स की टीम तथा जेल के लगभग 500 कैदी भाई-बहनों का परीक्षण कर उपचार किया गया।