Ujjain Mahakal: अगहन माह की शाही सवारी महाकाल निकले भ्रमण पर प्रजा ने किया राजा का स्वागत
संवाददाता संदीप पांडला
अगहन माह की शाही सवारी
महाकाल निकले भ्रमण पर
प्रजा ने किया राजा का स्वागत
उज्जैन | अगहन मास मास के दूसरे सोमवार को बाबा महाकाल की शाही सवारी निकाली गई। बाबा महाकाल पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण पर निकले। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शन किये।
सावन और भादो मास के अलावा कार्तिक एवं अगहन मास में भी भगवान महाकाल की सवारी निकाले जाने की परम्परा अनादि काल से चली आ रही है। इस बार भी कार्तिक और अगहन माह मे कुल चार सवारी निकाली जाएगी।इसी के चलते आज अगहन मास के दूसरे सोमवार को बाबा महाकाल की शाही और आखिरी सवारी घूम घाम के साथ निकाली गई। इसके पहले मन्दिर के सभा मंडप में बाबा महाकाल की पूजा अर्चना की गई। इसके बाद भगवान महाकाल को नगर भ्रमण के लिए रवाना किया गया। वहीं मन्दिर के मुख्य द्वार पर पुलिस द्वारा बाबा महाकाल को सलामी दी गई। इसके बाद बाबा महाकाल चांदी की पालकी में सवार होकर राजसी ठाट-बाट के साथ अपनी प्रजा हाल जानने नगर भ्रमण पर निकले। सवारी में पुलिस का अश्व रोही दल , पुलिस बेंड, पुलिस की प्लाटून एवं भजन मंडलिया शामिल हुई। सवारी महाकाल घाटी, गुदरी चौराहा, हरसिद्धि पाल होते हुए रामघाट पहुंची। जहां बाबा महाकाल का क्षिप्रा के जल से अभिषेक कर पूजा अर्चना की गई। तत्पश्चात सवारी कार्तिक चौक ढाबारोड, मिर्जा नाम बैक मार्ग , तेलीवाड़ा चौराहा, कंठाल, सराफा,गोपाल मंदिर और पटनी बाजार होते हुए पुनः मन्दिर पहुंची। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के चन्द्रमोलेशवर स्वरूप में दर्शन किये।