झारड़ा में किसानों का महा आंदोलन
किसान जिसे अन्नदाता कहा जाता है लेकिन आज अपनी फसलों की कीमत को लेकर उन्हें सड़को पर उतरना पड़ा । अपनी मांगो को लेकर मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार संतुष्टि पाल को दिया ज्ञापन ।
उज्जैन | जिले की झारड़ा तहसील में अपनी हक की लड़ाई के लिए आज किसान सड़को पर उतर आए।अन्नदाता को जब अपनी ही फसल का उचित मूल्य नहीं पा रहा हो तो किसान क्या करेगा? सुबह 11 बजे समस्त किसान अपने अपने ट्रैक्टरों के साथ बस स्टैंड भीम राव अम्बेडकर की प्रतिमा के पास खड़े होकर आंदोलन की तैयारी में जुट गए । धीरे धीरे इस आंदोलन ने विशाल रूप ले लिया । सैकड़ों की तादात में ट्रेक्टर लंबी लाइन लग गई । साथ ही समस्त किसान ने जोरदार नारों से सरकार को जगाने का प्रयास किया । किसानों ने अपने नारों में "किसान तू रहेगा मौन तो तेरी सुनेगा कौन" अबकी बार 6000 पर जैसे नारों से पूरा शहर गुंजायमान कर दिया। किसानों का कहना है की सरकार जिस दाम पर हमारी फसलों को खरीदती है उससे हमारा गुजारा नहीं होता है । अगर सरकार हमारी मांगों को नही मानती है तो पूरे देश में उग्र आंदोलन किया जाएगा।आंदोलन की रैली नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुवे तहसील कार्यालय पहुंची जहां पर ज्ञापन का वाचन किसान ओम आंजना ने और आभार गणेश पटेल ने माना |