श्रावण-भाद्रपद माह में भगवान श्री महाकालेश्वर कावड यात्रियों के लिया अलग व्यवस्था रहेगी
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति दर्शन व्यवस्था को उन्नत करने हेतु कटिबद्ध
श्रावण-भाद्रपद माह में भगवान श्री महाकालेश्वर कावड यात्रियों के लिया अलग व्यवस्था रहेगी
उज्जैन । श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं को कम समय मे अच्छे दर्शन कराने हेतु कटिबद्ध है। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबन्ध समिति के प्रशासक एवं अपर कलेक्टर श्री मृणाल मीना ने बताया कि, श्रावण-भाद्रपद माह में भगवान श्री महाकालेश्वर की भस्मार्ती में दिनांक 22 जुलाई 2024 से 02 सितम्बर 2024 तक प्रतिदिन प्रातःकालीन पट खुलने का समय प्रातः 03:00 बजे होगा तथा प्रत्येक सोमवार प्रातः 02:30 बजे होगा।भस्मार्ती प्रतिदिन प्रातः 03:00 बजे से 05:00 बजे तक, प्रत्येक सोमवार को 02:30 बजे से 04:30 बजे तक होगी। दिनांक 03 सितम्बर 2024 से पट खुलने का समय पूर्ववत होगा। प्रशासक मीना ने बताया कि, भस्मार्ती में पंजीयनधारी श्रद्धालुओं के प्रवेश संबंधी व्यवस्था श्रावण- भाद्रपद मास 2024 में भस्मार्ती में पंजीयनधारी श्रद्धालुओं के प्रवेश संबंधी व्यवस्था मानसरोवर भवन एवं द्वार नंबर 01 से निर्धारित रहेगी। श्रावण-भाद्रपद माह 2024 में गत वर्षानुसार प्रचलित व्यवस्था अनुसार भस्मार्ती में चलित दर्शन की व्यवस्था निर्धारित रहेगी। भस्मार्ती के दौरान आगंतुक श्रद्धालु कार्तिकेय मण्डपम् की अंतिम तीन पंक्तियों से चलित भस्मार्ती दर्शन कर सकेंगे।
श्रावण-भाद्रपद माह में श्रद्धालुओं की आगमन(प्रवेश) एवं निर्गम व्यवस्था :-
सामान्य दर्शन प्रवेश श्री महाकालेश्वर मंदिर में आगंतुक श्रद्धालुओं के सरल सुलभ दर्शन की व्यवस्था हेतु प्रवेश त्रिवेणी संग्रहालय के समीप से नंदीद्वार श्री महाकाल महालोक मानसरोवर भवन फेसेलिटी सेंटर 01 टनल मंदिर परिसर कार्तिक मण्डपम गणेश मण्डपम से भगवान श्री महाकालेश्वर जी के दर्शन करेंगे साथ ही भारत माता मंदिर की ओर से प्रशासनिक कार्यालय के सम्मुख से आने वाले श्रद्धालु शंख द्वार से मानसरोवर भवन में प्रवेश कर फेसेलिटी सेंटर 01 टनल मंदिर परिसर कार्तिक मण्डपम गणेश मण्डपम से दर्शन उपरांत निर्गम द्वार (निर्माल्य द्वार) अथवा नवीन आपातकालीन निर्गम द्वार से सीधे बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे।
शीघ्र दर्शन (रु. 250/-) प्रवेश मार्ग द्वार नंबर 04 के रास्ते विश्रामधाम रैम्प सभामण्डपम् होते हुए गणेश मण्डपम् से भगवान श्री महाकालेश्वर जी के दर्शन करने के उपरांत निर्गम द्वार (निर्माल्य द्वार) अथवा नवीन आपातकालीन निर्गम द्वार से सीधे बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे।
आगंतुक कावड़ यात्रियों की दर्शन व्यवस्था श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण-भाद्रपद माह में अत्यधिक संख्या में कावड़ यात्रियों का आगमन बाबा महाकाल को जल अर्पण करने के लिए होता हैं। आगन्तुक कावड़ यात्रियों को पूर्व सूचना दिए जाने पर शनिवार, रविवार, सोमवार को छोड़कर द्वार नंबर 04 अथवा 05 से प्रवेश दिया जाकर विश्रामधाम रेम्प सभा मण्डपम् में जल पात्र के माध्यम से बाबा महाकाल को जल अर्पण करने की व्यवस्था निर्धारित की गई। ऐसे कावड़ यात्री जो बिना किसी पूर्व सूचना के सीधे मंदिर पहुंचते है अथवा शनिवार, रविवार, सोमवार को कावड़ लेकर पधारते है उक्त कावड़ यात्रियों की दर्शन व्यवस्था सामान्य श्रद्धालु की भांति निर्धारित रहेगी। उक्त कावड़ यात्रियों के लिए कार्तिक मण्डपम् में जल पात्र लगाया जावेगा तथा गणेश मण्डपम् में पात्र इत्यादि रखकर जल अर्पण की व्यवस्था की जावेगी। शनिवार, रविवार, सोमवार को किसी भी कावड़ संघ को अनुमति अथवा विशेष द्वार से प्रवेश करने की सुविधा प्राप्त नहीं होगी।
आगंतुक श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए मंदिर प्रबंध समिति द्वारा व्यापक व्यवस्थाए की जा रही है। मंदिर में दर्शन संबंधी अन्य जानकारी व शिकायत के लिए मंदिर प्रबंध समिति की वेबसाइट www.shrimahakaleshwar.com के साथ मंदिर के टोलफ्री नम्बर 18002331008 से संपर्क कर सकते है।