महापौर का मद हुआ साढ़े तीन करोड़, पार्षदों का 16 लाख ,महापौर परिषद की बैठक में पारित हुए कई अहम प्रस्ताव

महापौर का मद हुआ साढ़े तीन करोड़, पार्षदों का 16 लाख ,महापौर परिषद की बैठक में पारित हुए कई अहम प्रस्ताव

उज्जैन। महापौर परिषद की बुधवार शाम को हुई बैठक में कई अहम प्रस्तावों को हरी झंडी मिल गई है। नगर निगम आयुक्त रोशन कुमार सिंह की पदस्थापना के बाद पहली बार हुई एमआईसी की बैठक में महापौर का मद बढ़ाकर 3 करोड़ 50 लाख रूपए कर दिया गया है। इसी तरह नगर निगम अध्यक्ष का मद 2 करोड़ 50 लाख रूपए हो गया है। पार्षद भी अपने वार्डो में सालाना 16 लाख रूपए के विकास कार्य करवा सकेंगे। पिछले बजट में ये सारे ही मद शून्य थे, क्योंकि नगर निगम में पब्लिक बोर्ड नहीं था।

महापौर मुकेश टटवाल की अध्यक्षता में शाम 5.30 बजे से आरंभ हुई महापौर परिषद की बैठक रात 8.30 बजे तक चली। इस बैठक में महापौर ने सहायक आयुक्त नीता जैन और अपर आयुक्त वित्त आदित्य नागर की भी अच्छी खासी क्लास ले डाली। दरअसल, मंगलवार को इन दोनों ही अधिकारियों ने पशु गैंग और अतिक्रमण गैंग के प्रभारी के रूप में राजस्व निरीक्षक सुबोध जैन, उपयंत्री राजेश चौहान और कर्मचारी मोहन थनवार की नियुक्त के आदेश आयुक्त से परवारे ही करवा लिए थे। महापौर परिषद की बैठक में इस विभाग की प्रभारी योगेश्वरी राठौर ने नाराजगी जाहिर की। उनका कहना था कि मेरे विभाग से जुड़े मामलों की मुझे ही जानकारी नहीं दी जाती है। महापौर मुकेश टटवाल भी इस पर खासे नाराज हुए। उन्होंने दोनों ही अधिकारियों से कहा कि आपने ऐसे लोगों को परवारे प्रभारी बना दिया है, जिनके वसूली करते हुए वीडियों तक वायरल हुए है। आगे से ऐसा नहीं होना चाहिए, किसी भी विभाग में किसी भी कर्मचारी का पदभार बदलने से पहले संबंधित विभाग के प्रभारी एमआईसी सदस्य को विश्वास में लेने के बाद ही कार्यवाही करे।

महापौर परिषद के अहम फैसले

-    सिंहस्थ क्षेत्र में अवैध कॉलोनियों की बसाहट के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर नगर निगम एक्ट की धाराओं के अंतर्गत कार्यवाही की जाएगी।

-    स्वीमिंग पूल देवासरोड के फूड जोन को इंदौर की 56 दुकान की तर्ज पर विकसित किया जाएगा।

-    कानीपुरा और मंछामन के पास रिक्त पड़ी निगम स्वामित्व की भूमि बेचकर इन क्षेत्रों में विकास कार्य करवाए जाएंगे।

-    नगर निगम के पेट्रोल पंप को निजी हाथों में सौंपने के लिए टेंडर कॉल किए जाएंगे।

-    मक्सीरोड़, नागझिरी और आगर रोड़ की उदयोगपुरी का नामकरण अब शहर के प्राचीन नामों पर होगा।

-    सुदामा अनाज मार्केट दूध तलाई का काम दोबारा शुरू करने को कहा गया है।

-    शहर में यदि कोई व्यक्ति निरंतर संपत्तिकर जमा करता है तो उसे ही छूट का लाभ दिया जाएगा। निरंतरता नहीं रखने वालों को 50 प्रतिशत पेनल्टी जमा कराना होगी।

-    शहर में निर्माणाधीन गुरूनानक मार्केट, फाजलपुरा मार्केट, मिर्चीनाला मार्केट आदी की दुकानें अब फ्री होल्ड के बजाए लीज पर ही दी जाएंगी।