मंत्री श्री दत्तीगांव और डॉ.यादव यंग इंटरप्रेन्योर समिट-2022 में शामिल हुए

मंत्री श्री दत्तीगांव और डॉ.यादव यंग इंटरप्रेन्योर समिट-2022 में शामिल हुए

मंत्री श्री दत्तीगांव और डॉ.यादव यंग इंटरप्रेन्योर समिट-2022 में शामिल हुए

 उज्जैन । शनिवार को उज्जैन के स्थानीय होटल में यंग इंटरप्रेन्योर फोरम द्वारा यंग इंटरप्रेन्योर समिट-2022 का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य युवाओं को व्यवसाय और उद्यमिता की ओर प्रोत्साहित कर उज्जैन को एक उद्यमी केन्द्र के रूप में स्थापित करना था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मध्य प्रदेश शासन के औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव थे। बतौर विशिष्ट अतिथि कार्यक्रम में सांसद श्री अनिल फिरोजिया, सचिव एमएसएमई श्री पी.नरहरि, कलेक्टर श्री आशीष सिंह, श्री समीर शर्मा, श्री अनिल जोशी और श्री प्रफुल्ल बिल्लोरे शामिल हुए।

 कार्यक्रम का आयोजन दो सत्रों में किया गया। पहले सत्र में स्टार्टअप शुरू करने में आने वाली कठिनाईयों और उनके निराकरण के बारे में चर्चा की गई। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि युवाओं को व्यवसाय और उद्यमिता की ओर प्रोत्साहित करने के लिये यह एक बहुत अच्छा आयोजन किया जा रहा है। उज्जैन शहर का विकास निरन्तर हो रहा है। उज्जैन के युवा नौकरी करने वाले नहीं नौकरी देने वाले बनें। यही सरकार का प्रयास है। धार्मिक पर्यटन के अलावा उज्जैन में विकास के कई अवसर भविष्य में परिलक्षित होंगे। यहां कई उद्योगों की स्थापना शीघ्र ही होने वाली है। उज्जैन की कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिये प्रयास किये जा रहे हैं। मंत्री डॉ.यादव ने अपनी ओर से कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु सभी को शुभकामनाएं दी।

 कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में मंत्री श्री दत्तीगांव ने कहा कि हमारे अन्दर कुछ नया करने की इच्छा सदैव होनी चाहिये। मन में किसी भी नये कार्य को शुरू करने के लिये ललक पैदा होना जरूरी है। मध्य प्रदेश शासन द्वारा उद्योग के क्षेत्र में फार्मास्युटिकल और टेक्सटाईल पर निरन्तर कार्य किया जा रहा है। नये स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिये हमें अनुकूल वातावरण का निर्माण करना होगा। श्री महाकाल लोक के लोकार्पण के पश्चात काफी तादाद में यहां लोग दर्शन के लिये आ रहे हैं। युवा उद्यमियों और स्टार्टअप को इसमें संभावनाओं की तलाश करना होगी।

 इसके अलावा धार्मिक पर्यटन के अन्तर्गत आने वाले हैरिटेज वॉक, ट्रेक वॉक, शहर के आसपास के अन्य प्राचीन मन्दिरों की ओर जाने वाले रास्तों पर स्टार्टअप की संभावनाओं के बारे में युवाओं को सोचना चाहिये। मार्केट रिसर्च, मार्केटिंग, पब्लिसिटी, ब्राण्डिंग के बारे में जानकारी रखना होगी।

 मंत्री श्री दत्तीगांव ने कहा कि शासन द्वारा उद्योगों के लिये नई पॉलिसी शीघ्र ही लांच की जायेगी। हाल ही में स्टार्टअप पॉलिसी-2022 लांच की गई है। इसके बारे में हमें युवा उद्यमी सुझाव अवश्य दें, ताकि इसे और बेहतर बनाया जा सके। आगामी जनवरी-2023 में ग्लोबल इंवेस्टर समिट का आयोजन शासन द्वारा किया जायेगा। युवा उद्यमी सफलता की कहानियों से प्रेरणा लें। ईज ऑफ डुइंग बिजनेस में मध्य प्रदेश देश के टॉप चार राज्यों में शामिल है। आज समय बदल गया है। स्टार्टअप में अनुभव की जरूरत नहीं है, इसीलिये युवा नये विचार और नई योजनाओं के बारे में सरकार को अवश्य बतायें।

 सांसद श्री अनिल फिरोजिया ने इस अवसर पर कहा कि आज पश्चिमी देश भारत की ओर याचकभरी दृष्टि से देख रहे हैं। आत्मनिर्भर भारत के अन्तर्गत उज्जैन में मेडिकल डिवाइस पार्क बनाया जायेगा, जहां सिरींज से लेकर वेंटिलेटर तक के निर्माण के लिये उद्योग स्थापित होंगे। उज्जैन चारों दिशाओं से राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़ेगा। नागदा में एनटीपीसी 650 करोड़ रुपये की लागत से पॉवर प्लांट स्थापित करने जा रही है। उज्जैन में कई छोटे-बड़े उद्योग स्थापित किये जायेंगे। इनके माध्यम से हमारा लक्ष्य एक लाख युवाओं को रोजगार देना है। श्री महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद उज्जैन की कीर्ति पूरे विश्व में फैली है। श्री महाकाल लोक लोगों के आकर्षण का केन्द्र बन चुका है।

 सांसद श्री फिरोजिया ने कहा कि स्थानीय युवाओं के लिये उज्जैन का विकास एक स्वर्णिम अवसर है। यहां धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ औद्योगिक क्षेत्र का भी विकास तेज गति से होगा। इसके अलावा उज्जैन को वेडिंग डेस्टिनेशन हब के रूप में भी विकसित किया जायेगा। श्री महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद यहां लोग अधिक से अधिक समय तक रूक रहे हैं। किसी भी उद्योग के लिये कनेक्टिविटी बहुत जरूरी होती है, इसीलिये उज्जैन में सुगम परिवहन के लिये सरकार द्वारा प्रयास किये गये।

 एमएसएमई के सचिव श्री पी.नरहरि ने विभाग की नीतियों और स्वरोजगार योजनाओं के बारे में युवाओं को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश शासन की मंशा नये उद्योगों की स्थापना की प्रक्रिया को आसान और सरल बनाना है। एमएसएमई के लिये खाद्य प्रसंस्करण, पॉवरलूम, फार्मा, फर्नीचर, खिलौने और टेक्सटाईल फोकस सेक्टर हैं। श्री नरहरि ने एमएसएमई को दी जाने ली शासन की ओर से वित्तीय सहायता, अधोसंरचना विकास हेतु वित्तीय सहायता इकाईयों हेतु विशेष वित्तीय सहायता, स्टार्टअप नीति-2022 मुख्यमंत्री उद्यम क्रान्ति योजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि युवा उद्यमी उक्त योजनाओं का लाभ लेने के लिये ऑनलाइन अप्लाय कर सकते हैं। शासन की ओर से यह प्रयास किया जायेगा कि स्टार्टअप को अधिक से अधिक पेपर वर्क न करवाया जाये। प्रक्रिया को सरल बनाने के लिये ऑनलाइन किया गया है।

 कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने इस अवसर पर कहा कि उज्जैन स्टार्टअप में बहुत आगे निकल सकता है। यहां स्टार्टअप की अपार संभावनाएं हैं। जो भी स्टार्टअप करना चाह रहे हैं उन्हें जिला प्रशासन की ओर से हरसंभव सहयोग प्रदाय किया जायेगा। शासन की विभिन्न योजनाओं से अवगत कराया जायेगा। युवा उद्यमियों के नये उद्यम आइडिया और उनकी समस्याओं को सुनकर उनका निराकरण करने का प्रयास किया जायेगा। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि धार्मिक पर्यटन उज्जैन की सबसे बड़ी ताकत है। इसमें नवाचार और नये विचारों को लेकर युवा आयें। श्री महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद यहां श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है। यहां शीघ्र ही लाईट एण्ड साउण्ड शो, लेजर कम वॉटर फाउंटेन शो की स्थापना की जायेगी। वर्चुअल रियलिटी को टूरिज्म में मर्ज कर हम बहुत सारे नवाचार कर सकते हैं। इस सम्मेलन के बाद आगे फॉलोअप सेशन का आयोजन भी होता रहना चाहिये।