सावन के आखिरी सोमवार को बाबा महाकाल की पांचवीं सवारी घूमघाम के साथ निकाली गई, मुख्यमंत्री भी हुए शामिल 

सावन के आखिरी सोमवार को बाबा महाकाल की पांचवीं सवारी घूमघाम के साथ निकाली गई, मुख्यमंत्री भी हुए शामिल 

सावन का आखिरी सोमवार 
महाकाल निकले नगर भ्रमण पर 
पांच स्वरूप में दिये दर्शन 
मुख्यमंत्री भी हुए शामिल 

सावन के आखिरी सोमवार को बाबा महाकाल की पांचवीं सवारी घूमघाम के साथ निकाली गई। बाबा महाकाल चांदी की पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण पर निकले। इस दौरान लाखों श्रद्धालुओं ने अपने राजा के पांच स्वरूप में दर्शन कर आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भी आज सवारी में शामिल हुए ।

सावन और भादो मास में बाबा महाकाल की सवारी निकाले जाने की परम्परा अनादि काल से चली आ रही है। इसी के चलते आज सावन के आखिरी सोमवार को बाबा महाकाल की पांचवीं सवारी निकली। इसके पहले महाकाल मंदिर के सभा मंडप में शासकीय पुजारी पंडित घनश्याम शर्मा द्वारा भगवान महाकाल की पूजा अर्चना की गई। इस दौरान म प्र के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और उज्जैन के प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल मौजूद रहे। जिन्होंने पूजन के बाद  पालकी को कांधा देकर नगर भ्रमण के लिए रवाना किया। वही मन्दिर के मुख्य द्वार पर पुलिस दल ने भगवान महाकाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद बाबा महाकाल चांदी की पालकी में सवार होकर राजसी ठाठ बाट के साथ प्रजा का हाल जानने चंद्र मोलेश्वर स्वरूप में नगर भ्रमण पर पर निकले तो प्रजा ने भी अपने राजा के स्वागत में पलक पावडे बिछा दिये। सवारी में पुलिस का घुड सवार पुलिस दल , पुलिस एवं होमगार्ड की टुकड़ी, पुलिस बैंड और भजन मंडलियां शामिल हुई। आज सवारी में सीआरपीएफ पुलिस का बैंड शामिल हुआ ।जो आकर्षण का केंद्र रहा ।सवारी महाकाल घाटी, गुदरी चौराहा,पानदरिबा और रामानुज कोट होते हुए रामघाट पहुंची। जहां बाबा महाकाल का क्षिप्रा के जल से अभिषेक किया गया। इसके बाद सवारी कार्तिक चौक , ढाबा रोड और गोपाल मंदिर से गुजरते हुए पुनः महाकाल मंदिर पहुंची। आज बाबा महाकाल ने अपने भक्तों को पांच स्वरूप में दर्शन दिए। वही सवारी में हाथी पर मन महेश ,गरूड़ रथ पर शिव तांडव , बैलगाड़ी रथ पर उमा-महेश और होलकर स्टेंट के मुखारविंद शामिल हुए ।सवारी के दौरान प्रशासन द्वारा सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गये थे।