महाकाल मंदिर को दीप और लाइटों से सजाया कर बाबा की भस्मारती के लाखों श्रृद्धालु शामिल हुए

महाकाल मंदिर को दीप और लाइटों से सजाया कर बाबा की भस्मारती के लाखों श्रृद्धालु शामिल हुए

उज्जैन |  हर पर्व तेहवार की शुरुआत बाबा महाकाल दरबार से ही प्राम्भ होती है आज बाबा महाकाल का रूपचौदस पर बाबा का रूप निखारा गया साथ ही बाबा महाकाल की अलसुबह भस्मारती में बाबा को पंचामृत अभिषेक कर बाबा को उपट लगा कर अदभुत श्रगार किया गया भस्मारती में पुजारियो द्वारा आरती के समय दीवाली की जगमग रोशनी के बीच फुलझड़ियां जलाकर दीवाली पर्व की शुरुआत हुई पूरे महाकाल मंदिर को विधुत रोशनी के साथ गर्भग्रह व नदी हाल को ताजे फलों से आकर्षक तरीके से साज सज्जा की गई वैसे तो दीपावली पांच दिवसीय उत्सव की शुरुआत मंगलवार से हो चुकी है। बाबा की नगरी भी दीयों और लाइटों की रोशनी से जगमगा उठी हैं ऐसे में भक्तों ने महाकाल मंदिर में भी बाबा के साथ दीपावली का त्योहार मनाया। लाइट की जगमगाहट और दीपों की रोशनी में पूरा मंदिर पूरी तरह चमक उठा।

56 भोग लगाया गया 

महाकाल मंदिर को दीप और लाइटों से सजाया कर बाबा की भस्मारती के लाखों श्रृद्धालु शामिल हुए। इस दौरान भगवान को 56 भोग भी लगाया गया। श्रद्धालुओं ने भी बाबा महाकाल के साथ दीवाली पर्व मनाया। हर त्योहार की शुरुआत बाबा महाकाल के दरबार से प्राम्भ होती है। इसी उपलक्ष्य में अल सुबह दीवाली पर्व पर बाबा महाकाल की भस्मारती के दौरान 56 भोग के साथ फुलझड़ी जलाकर दीवाली का पर्व बड़े ही उतसाह के साथ मनाया गया।श्रद्धालुओं ने भी बाबा महाकाल के साथ दीवाली पर्व मनाया।