रेल स्टॉप को लेकर, ग्रामीणों का रेलगाड़ी रोको आंदोलन , जाने पूरा मामला

रेल स्टॉप को लेकर, ग्रामीणों का रेलगाड़ी रोको आंदोलन , जाने पूरा मामला
रेल स्टॉप को लेकर, ग्रामीणों का रेलगाड़ी रोको आंदोलन , जाने पूरा मामला
रेल स्टॉप को लेकर, ग्रामीणों का रेलगाड़ी रोको आंदोलन , जाने पूरा मामला

सिंगावदा मे ग्रामीणो का रेल स्टॉप को लेकर रेल गाड़ी के सामने विरोध प्रदर्शन,सांसद व विधायक के प्रति आक्रोश,बोले लोकसभा व विधानसभा चुनाव में नेताओ को गांव में नही घुसने देंगे।

घट्टिया/उज्जैन। रेल स्टॉप को लेकर सिंगावदा में ग्रामीणो ने रेलगाड़ी के सामने किया विरोध-प्रदर्शन , सांसद व विधायक खिलाफ ग्रामीणो में आक्रोश, कई बार अवगत करवाने के बाद भी नही दे रहे, ग्रामीणो ने कहा लोकसभा व विधानसभा चुनाव में नेताओ को गांव में नही घुसने देंगे ।

कोरोना ने हर किसी व्यक्ति से कुछ न कुछ छीना ही है, किसी का व्यक्ति व किसी का व्यापार, लेकिन उज्जैन जिले की घट्टिया तहसील के ग्राम सिंगावदा के ग्रामीणो से कोरोना ने रेलवे स्टॉप छीन लिया, कोरोना के पहले यह उज्जैन- रतलाम को जाने वाली हर लोकल गाड़ी रुकती थी व 5 से 6 गांव के ग्रामीण यह से सफर करते थे यह सिलसिला 35 साल के लगभग से चलता आ रहा था, लेकिन कोरोना काल मे रेलवे ने सिंगावदा से रेलवे ने स्टॉप बन्द कर दिया जिससे 5-6 गांव के ग्रामीण को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है सबसे से ज्यादा असर बच्चो की शिक्षा पर हो रहा ,50 से 60 बच्चे रेल से स्कूल जाते रहे क्योंकि गांव में प्राइमरी तक ही स्कूल है जिसके बाद बच्चे पड़ने उज्जैन या अन्य जगह रेल से सफर करके जाते थे लेकिन जब से स्टॉप हटा है तब से 35-40 किलोमीटर घूमकर जाना पड़ता जिससे कुछ लोगो ने पड़ना ही छोड़ दिया । ग्रामीण व पूर्व सरपँच सत्यनारायण ने जानकारी देते हुए बताया की 2010 में तत्कालीन जीएम ने स्थाई स्टॉप व प्लेटफार्म निर्माण का आदेश दिया था व नपती भी हुई थी उंसके बाद कोई भी प्रोसेस आगे नही बड़ी ।

ग्रामीणो ने बताया कि रेल स्टॉप समस्या को लेकर हम ने कई बार हमने रेलवे के अधिकारी व सांसद अनिल फिरोजिया सहित घट्टिया विधायक रामलाल मालवीय को कई बार अवगत करवा दिया लेकिन एक भी सुध नही ले रहे ,15 दिसम्बर को डीआरएम का निरीक्षण है ग्रामीणो ने डीआरएम से मिलने की इच्छा जाहिर की व एक सुबह व एक शाम को लोकल गाड़ी के स्टॉप की मांग की। मीणो ने बताया कि यदि जल्द समस्या का निराकरण नही किया तो लोकसभा व विधानसभा चुनाव में नेताओ को गाँव मे नही घुसने देगे व चुनाव का बहिष्कार करेंगे।