जैन तीर्थ सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल बनाए जाने के विरोध में जैन समाज उतरा सड़को पर 

समाजजनो ने एकत्रित हो तहसीलदार को सौपा ज्ञापन

जैन तीर्थ सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल बनाए जाने के विरोध में जैन समाज उतरा सड़को पर 
ज्ञापन सौपते हुए समाज जन

जैन तीर्थ सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल बनाए जाने के विरोध में जैन समाज उतरा सड़को पर 

समाजजनो ने एकत्रित हो तहसीलदार को सौपा ज्ञापन

तराना प्राचीन जैन तीर्थ सम्मेद शिखरजी को शासन द्वारा पर्यटन क्षेत्र घोषित किए जाने के विरोध में बुधवार को सकल जैन समाज तराना द्वारा प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन तहसीलदार डीके वर्मा को सौंपा। जैन समाज द्वारा जैन मंदिर जवाहर चौक से मौन रैली निकाली गई एवं बुधवार को जैन समाज के समस्त व्यापारियों ने अपने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे, वही कृषि उपज मंडी में भी व्यापारियों ने उपज की नीलामी में भाग नहीं लिया। ज्ञापन देते समय बताया कि पूरा जैन समाज देश में पूर्ण शांति सादगी एवं तप, त्याग के साथ अपना जीवन यापन कर सदैव देश के विकास में योगदान देता आया है । सबसे अधिक टैक्स सरकार को जैन समाज से ही प्राप्त होता है । कोरोना काल में भी जैन समाज ने बढ़-चढ़कर पीड़ितों की तन मन धन से सेवा की है । ऐसे जैन समाज के पावन तीर्थ सम्मेद शिखर जी जहा से कई जैन तीर्थंकरों ने निर्वाण प्राप्त किया है को शासन द्वारा पर्यटन क्षेत्र घोषित किया जाना निंदनीय है, पर्यटन क्षेत्र बनने के बाद वहा शराब मांस भक्षण मौज मस्ती की गतिविधियां बढ़ेंगी जबकि जैन समाज यहां आकर शांति सेवा पूजा कर अपने तीर्थंकरों की निर्वाण भूमि सम्मेद शिखर जी को नमन करता है। सरकार के निर्णय से जैन समाज आहत हुआ है केंद्र सरकार से उक्त निर्णय तत्काल वापस लेने हेतु सकल जैन समाज विनम्र अपील करता है । निर्णय वापस नहीं लेने पर पूरे देश में जैन समाज एकमत होकर बड़ा आंदोलन करेंगे एवं अपने प्राणों की आहुति भी देना पड़े तो पीछे नहीं हटेंगे । ज्ञापन देते समय सकल जैन समाज की महिलाएं पुरुष आदि उपस्थित थे ।

बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद कार्यकर्ताओं ने भी विरोध दर्ज कराया-

बंद के इस आव्हान के दौरान सकल सनातनी समाज ने एकमत होकर जैन तीर्थ शिखरजी को पर्यटन क्षेत्र घोषित किए जाने के विरोध में एकमत होकर विरोध दर्ज कराया। जैन समाज जन द्वारा निकाली गई मौन रैली में विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल कार्यकर्ता भी शामिल हुए।