हरतालिका तीज का पर्व सुहागिन एवं कुँवारी कन्या ने निर्जला व्रत रख नाना मंदिर में सामूहिक पूजन अर्चन कर किया रात्रि जागरण

तराना में हरतालिका तीज का पर्व मनाया

हरतालिका तीज का पर्व सुहागिन एवं कुँवारी कन्या ने निर्जला व्रत रख नाना मंदिर में सामूहिक पूजन अर्चन कर किया रात्रि जागरण
हरतालिका तीज का पूजन अर्चन

हरतालिका तीज का पर्व सुहागिन एवं कुँवारी कन्या ने निर्जला व्रत रख नाना मंदिर में सामूहिक पूजन अर्चन कर किया रात्रि जागरण

सुहागिन महिलाओ ने पति की लंबी उम्र एवं कुँवारी कन्या ने मनचाहा वर की मांगी दुवाए

तराना | नगर के  हरतालिका तीज पर सुहागी और कुंवारी कन्या पति की लंबी आयु और मनचाहा वर प्राप्त करने के लिए निर्जला व्रत रखा ऐसी मान्यता है, कि माता पार्वती भी इस व्रत  को रखने के बाद ही भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त की थी। इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव विशेष पूजा अर्चना की जाती है। व्रती इस दिन सोलह सिंगार कर नानं महाराज गुरु मंदिर में महिलाओ ने सामूहिक रूप से पूजा अर्चना कर कथा पड़ी।पौराणिक कथा के अनुसार माता पार्वती और भगवान शिव के पुनर्मिलन मिलन के मौके पर हर साल तीज मनाया जाता है। भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त के लिए माता पार्वती ने कठोर तपस्या की थी। उनकी तपस्या को देखकर उनके पिता बहुत दुखी हो गए थे। माता पार्वती की तपस्या देखकर भगवान विष्ण प्रसन्न हुए और उन्होंने महर्षि नारद को माता पार्वती के पिता के पास विवाह का प्रस्ताव लेकर भेजा।