पत्रकार के समर्थन में आए विधायक परमार का तराना विधानसभा सहित जिले में बढ़ते प्रभाव से डरी सहमी भाजपा ने किया पुतला दहन
मामला कायथा थाना प्रभारी द्वारा पत्रकार के साथ मारपीट का
- मामला कायथा थाना प्रभारी द्वारा पत्रकार के साथ मारपीट का,
- पत्रकार के समर्थन में आए विधायक परमार का तराना विधानसभा सहित जिले में बढ़ते प्रभाव से डरी सहमी भाजपा ने किया पुतला दहन
तराना। कायथा थाना प्रभारी लीला सोलंकी द्वारा क्षेत्र की घटनाओं के प्रकरण दर्ज नहीं करने के समाचार प्रकाशित करने पर पत्रकार अजय नवरंग के साथ मारपीट कर शासकीय कार्य में बाधा के दर्ज किए गए झूठें प्रकरण के मामले में पत्रकार के समर्थन में भीमआर्मी एवं आम लोगों द्वारा मक्सी उज्जैन मार्ग अवरुद्ध कर दिया था जिसमें विधायक महेश परमार भी शामिल हुए थे।
डरी सहमी भाजपा और विधायक परमार का पुतला दहन
वाहनों के आवागमन बंद होने से लोगों को परेशानी एवं जाम में फसने के कारण एक महिला की मौत हो जाने का बहाना बताकर विधायक परमार का तराना विधानसभा सहित जिले भर में बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए डरी सहमी भाजपा ने योजना बनाकर विधानसभा के तीनों मंडलों में विधायक परमार का पुतला दहन किया गया एवं राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपाकर लोगों को भ्रमित किया। क्या इस घटना के पहले कभी जाम नहीं लगा ? यहां तो यह स्पष्ट रूप से किसी भाजपा नेता के इशारे पर पत्रकार के साथ थाना प्रभारी द्वारा मारपीट के संकेत मिल रहे हैं। जिससे से भाजपा नेता व थाना प्रभारी की सांठगांठ स्पष्ट दिखाई दे रही है।बताया जा रहा है कि प्रधान आरक्षक संतोष किसी भाजपा नेता का सामाजिक रिश्तेदार है जिसने जिला भाजपा पदाधिकारियों को जाम में एक महिला की मौत हो जाने की भ्रामक जानकारी दी जबकि महिला की मौत जाम में नहीं हुई।
सत्ताधारी पार्टी के द्वारा विपक्षी पार्टी के विधायक का पुतला जलाना समझ से परे
सत्ताधारी पार्टी यदि वास्तव में चाहती तो पत्रकार के साथ हुई मारपीट के बाद तुरंत थाना प्रभारी व आरक्षक पर कार्रवाई करवा देती लेकिन यहां तो पत्रकारों के समर्थन में विपक्षी पार्टी के विधायक परमार के आने और विधायक के बढ़ते प्रभाव से चिंतित चक्का जाम में लोगों के परेशान होने का बहाना बनाकर विधायक का पुतला दहन कर थाना प्रभारी के पक्ष में खड़ी दिखाई दी
एक अकेला विधायक इतना भारी, सारी भाजपा सड़क पर उतारी
विधायक परमार का राजनीतिक कद इतना बढ़ गया है कि विरोध करने के लिए अब जिला भाजपा को योजना बनाना पड़ रही है। जन चर्चाओं का विषय रहा है कि भाजपा को शासन करना नहीं आता और कांग्रेस को विरोध, लेकिन वर्तमान परिदृश्य में इसके उल्टे हो रहा है जनहित में विरोध प्रदर्शन करना कोई विधायक महेश परमार से सीखे कांग्रेस तो दूर विधायक परमार ने विधानसभा से लेकर जिला भाजपा तक के सत्ता धारीपार्टी कार्यकर्ताओं को सड़क पर ला दिया एवं पुतला दहन के लिए विवश कर दिया।
चित्र में- विधायक महेश परमार का पुतला दहन करते हुएओ