Ujjain : विश्व हिंदू परिषद के शक्ति संगम में 28 जिलों की 10 हजार से अधिक युवतियों की भागीदारी

Ujjain :  विश्व हिंदू परिषद के शक्ति संगम में 28 जिलों की 10 हजार से अधिक युवतियों की भागीदारी

उज्जैन: विश्व हिंदू परिषद के शक्ति संगम में 28 जिलों की 10 हजार से अधिक युवतियों की भागीदारी

धर्म नगरी उज्जैन में विश्व हिंदू परिषद के शक्ति संगम कार्यक्रम में मालवा प्रांत के 28 जिलों से 10 हजार से अधिक युवतियाँ शामिल हुईं। यह आयोजन सामाजिक न्याय परिसर में साध्वी ऋतम्भरा के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। इस दौरान साधु-संतों के साथ विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के प्रमुख नेता भी उपस्थित रहे।

महाकाल मंदिर से शौर्य यात्रा का शुभारंभ
कार्यक्रम का शुभारंभ महाकाल मंदिर से शौर्य यात्रा के रूप में हुआ। यह यात्रा गुदरी चौराहा, गोपाल मंदिर, कंठाल, निजातपुरा और कोयला फाटक होते हुए आगर रोड स्थित सामाजिक न्याय परिसर पर संपन्न हुई। भगवा परिधान में हाथों में लाठी और तलवार लिए युवतियाँ पूरे जोश के साथ "जय भवानी, जय श्री राम" के नारे लगाती रहीं।

साध्वी ऋतम्भरा का संबोधन और संदेश
शक्ति संगम में साध्वी ऋतम्भरा ने युवतियों को संबोधित करते हुए "जय श्री राम" के नारे लगवाए और सभी को हिंदू धर्म के सिद्धांतों के अनुसार चलने की शपथ दिलाई। उन्होंने अपने संबोधन में कहा:

प्रियंका गांधी पर टिप्पणी: "प्रियंका गांधी दोगली विचारधारा की प्रतीक हैं।"

करीना कपूर के बेटे का नाम 'तैमूर' रखने पर: "जिस तैमूर ने देश का सम्मान मिट्टी में मिला दिया, स्त्रियों के साथ अत्याचार किए और मंदिरों को तोड़ा, उस व्यक्ति का नाम अपने बच्चे को देना हमारे स्वाभिमान का अपमान है।"

महिलाओं की सशक्तता पर जोर: "बांग्लादेश जैसी घटनाएँ यह संदेश देती हैं कि महिलाओं को स्वयं सशक्त होकर अपनी सुरक्षा करनी होगी।"

मंदिरों के आसपास गैर हिंदुओं की दुकानों पर: "हिंदू तीर्थ स्थलों और देव स्थानों के आसपास गैर हिंदुओं की दुकानें नहीं होनी चाहिए, क्योंकि इससे पवित्रता खंडित होती है।"


युवतियों का सांस्कृतिक प्रदर्शन
कार्यक्रम में भाग लेने वाली युवतियाँ विभिन्न रूपों में सजी हुई थीं। कुछ ने माँ सरस्वती, माँ दुर्गा और माँ काली का स्वरूप धारण किया था, तो कुछ भारत माता बनकर आईं। सिर पर मुकुट और हाथों में तलवार, लाठी या पुष्प लिए इन युवतियों का शहरभर में भव्य स्वागत किया गया। जगह-जगह पुष्प वर्षा ने यात्रा को और भव्य बना दिया।

110 स्थानों से निकाली गई मां वंदना यात्रा का समापन
यह कार्यक्रम देवी अहिल्या और रानी दुर्गावती की जयंती वर्ष के तहत निकाली गई मां वंदना यात्रा का समापन था। यह यात्रा मध्य प्रदेश के 110 स्थानों पर निकाली गई थी और उज्जैन में शक्ति संगम के रूप में इसका समापन हुआ।

मीडिया से चर्चा में साध्वी ऋतम्भरा के विचार कार्यक्रम के समापन के बाद साध्वी ऋतम्भरा ने मीडिया से चर्चा की। उन्होंने कहा:

"देश और धर्म पर आई चुनौतियों को हम स्वीकार करते हैं। भारत की भूमि सनातन भूमि है, और इसमें किसी भी प्रकार का प्रदूषण पैदा न हो, इसके लिए सजग रहना आवश्यक है।"

अंतरधार्मिक विवाह और आदर्श: "गैर हिंदुओं से विवाह करने वाली अभिनेत्रियाँ हमारे आदर्श नहीं हो सकतीं।"

मंदिरों के आसपास गैर हिंदुओं की उपस्थिति: "यह हमारी परंपराओं और धार्मिक स्थलों की पवित्रता के लिए नुकसानदायक है। तीर्थ स्थलों को गैर हिंदुओं से मुक्त किया जाना चाहिए।"


कार्यक्रम ने मातृशक्ति और दुर्गा वाहिनी की एकता और शक्ति को उजागर करते हुए हिंदू धर्म और संस्कृति की रक्षा का संदेश दिया।