गोयला के प्राचीन गोप गोपेश्वर महादेव मन्दिर होली पर हुआ चूल का आयोजन,हिन्दू-मुस्लिम एकता का नज़ारा देखने को मिला,मन्नत पूरी होने पर मुस्लिम युवक भी चला धधकते अंगारे पर।

गोयला के प्राचीन गोप गोपेश्वर महादेव मन्दिर होली पर हुआ चूल का आयोजन,हिन्दू-मुस्लिम एकता का नज़ारा देखने को मिला,मन्नत पूरी होने पर मुस्लिम युवक भी चला धधकते अंगारे पर।
गोयला के प्राचीन गोप गोपेश्वर महादेव मन्दिर होली पर हुआ चूल का आयोजन,हिन्दू-मुस्लिम एकता का नज़ारा देखने को मिला,मन्नत पूरी होने पर मुस्लिम युवक भी चला धधकते अंगारे पर।

ग्राम गोयला के प्राचीन गोप गोपेश्वर महादेव मन्दिर होली पर हुआ चूल का आयोजन,हिन्दू-मुस्लिम एकता का नज़ारा देखने को मिला,मन्नत पूरी होने पर मुस्लिम युवक भी चला धधकते अंगारे ,बड़ी संख्या में ग्रामीण है मौजूद।


देश सहित उज्जैन जिले में होली का पर्व आज धूमधाम से मनाया जा रहा है व क्षेत्र में कई आयोजन होली पर हो रहे ,मालवा अंचल में चूल का भी विशेष महत्व है ग्रामीण भगवान के प्रति अपनी आस्था रखते है व जो भगवान से मन्नत मांगते है मन्नत पूरी होने पर चूल पर धधकते अंगारे पर चलते है यह सिलसिला सदियों से चला आ रहा है । 

उज्जैन जिले के ग्राम गोयला बुजुर्ग में भी गोप गोपेश्वर महादेव मंदिर परिसर में होली के अवसर पर चुल का आयोजन हुआ जोकि यह सिलसिला सदियों से चला रहा है यह गोप गोपेश्वर महादेव प्राचीन सदियों पुराना मन्दिर स्थित है ।महादेव से ग्रामीण जिन्हें कोई पीड़ा ,आर्थिक संकट व सन्तान नही होती या अन्य कोई समस्या होती तो ग्रामीण महादेव से मन्नत मांगते है व पूरा होने पर चूल पर धधकते अंगारो पर चलते है ,आज भी 200 के लगभग मन्नातधारी धधकते अंगारे पर चले,जिसमे पुरूष ,महिला व बच्चे बड़ी संख्या में शामिल हुए ,इस दौरान बड़ी संख्या में आसपास के गांव के ग्रामीण भी शामिल हुए यह नजारा देखने लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुँचे । इस कार्यक्रम का आयोजन पूरे गांव के द्वारा किया जाता है जिसमें सभी समाज व धर्म के लोग शामिल होते हैं , पूरे गांव से घी इकठ्ठा किया जाता है वह घी चूल में अंगारो पर डाला जाता है जिससे कि आग में तेजी आती है । 

वही ग्रामीण हिम्मतलाल आंजना ने बताया कि भगवान के प्रति हमारी आस्था है मन्नत पूरी होने पर हम चूल पर चलते है यह सिलसिला सदियों से चला रहा है आज भी 200 के लगभग लोग अंगारे पर चले जिसमे 80 के लगभग महिला थी ,चूल पर चलने के बाद कोई समस्या नही होती है ,प्रति वर्ष सबसे पहले में ही चूल पर चलता हूं मेरी भगवान के प्रति आस्था है । 

 ग्रामीण मनोज चौधरी ने बताया कि मैं पिछले 7 वर्षों से चुल पर चल रहा हूं मेरी शादी नहीं हो रही थी मैंने महादेव से मन्नत मांगी थी व मेरी शादी हो गई थी जब से ही में चुल पर चल रहा हूं आज तक कोई समस्या नहीं हुई।

 ग्रामीण सादिक खान ने बताया कि मेरी 6 पुत्रिया हो गयी थी पुत्र नही हो रहा था ,मेरे मित्र ने बताया था कि महादेव की चेतन्य मूर्ति है आप वह मन्नत मांगो फल मिलेगा फिर मेने महादेव से मन्नत मांगी व पूरी हुई पुत्र की प्राप्ति हुई व में दो वर्षों से चूल पर चल रहा हु तथा 5 वर्षो तक चलूंगा, हम गांव में सभी त्योहार  एकता व सद्भावना से मनाते है आपसी भाई चारे के साथ रहते है ,चूल पर चलने के बाद कोई समस्या नही हुई न पैर जले।
ग्राम पंचायत के सरपंच हरिनारायण शर्मा ने बताया कि हमारे गांव में है परंपरा सदियों से चली आ रही है ग्राम पंचायत द्वारा चाक-चौबंद व्यवस्था की गई जिससे की आयोजन में कोई समस्या उत्पन्न ना हो, व सभी शासकीय कर्मचारी मौजूद रहे जिसमें पटवारी  पंकज कुमावत, सचिव बंसीलाल चावड़ा, पुलिस थाना भैरवगढ़ का पुलिस बल जिसमे आरक्षक रोहित मिश्रा व अनिल परमार सहित गांव के चौकीदार मौजूद रहे ।

विगत वर्ष भी गांव के एक वर्ग विशेष के मुस्लिम युवक ने इस आयोजन का पूरा खर्च उठाया था व चुल का आयोजन करवाया था व प्रसाद का भी वितरण कराया, आपने देखा ही होगा कि देश में हिंदू मुस्लिम को लेकर कई विवाद सामने आते हैं लेकिन उज्जैन के गोयला बुजुर्ग में एक अलग ही नजारा देखने को मिला।