महिदपुर शासकीय स्कूल की 2022से 2023 की किताबें अटाले में बेचने का मामला सामने आया

महिदपुर शासकीय स्कूल की 2022से 2023 की किताबें अटाले में बेचने का मामला सामने आया

उज्जैन :-उज्जैन के एक अटाला व्यापारी से  महिदपुर शासकीय स्कूल की 2022से 2023 की किताबें अटाले में बेचने का मामला सामने आया!  

महिदपुर के शासकीय स्कूल के बीआरसी रमेश चंद्र देवड़ा ने बच्चों की चालू सत्र की किताबें   कबाड़े में बेच दी  जैसे ही इसकी जानकारी मार्किट में लगी तो  उज्जैन  के भाजपा पार्षद दल के कुछ पार्षद पहुंच गए और अटाला व्यापारी से पूछताछ करने के साथ रद्दी के जखीरे को खंगालना शुरू किया तो नवीन शिक्षा सत्र 2022-23 की किताबो जखीरा पकड़ में आया। मौके पर ही शिक्षा विभाग की टीम को बुलवाया गया जिसके द्वारा  पंचनामा बनाया गया अटाले की दुकान पर ताला लगवाया गया  मौके से रद्दी के रूप में बेची गई किताबें को जप्त किया तथा    

यह मामला जीवाजी गंज थाना अंतर्गत  कुआं क्षेत्र में उस समय उजागर हुआ जब अटाला व्यापारी साकिर खान के द्वारा रद्दी के रूप में खरीदी गई नवीन शिक्षा सत्र 2022-2023 की किताबों को सुखाने के लिए सड़क पड़ी हुई थी किसी ने पार्षद रजत मेहता और गब्बर भाटी आदि को सूचना दी और उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी आनंद शर्मा को मौके पर बुलवाया गया शिक्षा विभाग की टीम मौके पर पहुंची और यहां सड़क पर फैली हुई रद्दी और गोदाम में भरे रद्दी के बोरों को देखकर अधिकारी भी अचंभित रहे। जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा पूछताछ करने पर व्यापारी साकिर खान ने बताया कि वह यह रद्दी 4 दिन पहले महिदपुर के स्कूल से खरीद कर लाया है और इसे  रमेश चंद्र देवड़ा नाम के प्रभारी ने बेचा है। साकिर खान के अनुसार वह ₹6000 में रद्दी खरीद कर लाया है जबकि मौके पर जितना माल देखा गया वह करीब ₹100000 से अधिक कीमत का था।


यह की गई कार्रवाई
शिक्षा विभाग की टीम मैं यहां पहुंच कर पंचनामा बनाया और गोदाम को सील कर व्यापारी को 11:00 बजे शिक्षा विभाग कार्यालय में बुलवाया गया लेकिन कुछ नही हुआ   ये विभाग की कार्यप्रणाली को संदेह के घेरे में लाती है। जिला शिक्षा अधिकारी आनंद शर्मा के मुताबिक किसी भी दशा में किसी भी वर्ष की किताबों को रद्दी में नहीं बेचा जा सकता है नियमानुसार केवल उपयोग के लिए दूसरे को दी जा सकती है लेकिन एक शिक्षक के द्वारा कुछ रुपयों के लालच के चलते नवीन शिक्षा सत्र की किताबों को इस तरह बेचे जाना अपराध की श्रेणी में आता है और शीघ्र ही महिदपुर के शिक्षक पर कार्रवाई की जाएगी श्री शर्मा के मुताबिक रद्दी के इस जखीरे में करीब 8 स्कूलों से एकत्रित की गई रद्दी की जानकारी मिली जिसमे स्कूल चले अभियान के पोस्टर भी…
इस जखीरे में जप्त की है तो इसकी  खोजबीन की गई तो बंडल भी देखने को मिले इसके अलावा ऐसा सरकारी रिकॉर्ड जिसे केवल नष्ट किया जाना चाहिए उसे भी महिदपुर के स्कूल प्रभारी देवड़ा ने बेच दिया जो अपराध की श्रेणी में आता है जिसपर अपराध पंजिबन्ध कर कार्यवाही की जाना चाहिए  अब देखना ये दिलचस्प है कि अधिकारी इस मामले में किया कार्यवाही करेगे