1010 घंटे जप स्वाध्याय करके अपने कर्मों को खपा कर आत्मा से परमात्मा बनने की राह पर चल पड़े

1010 घंटे जप स्वाध्याय करके अपने कर्मों को खपा कर आत्मा से परमात्मा बनने की राह पर चल पड़े
आत्मा से परमात्मा बनने की राह पर चल पड़े

उन्हेल । यदि कर्मों की निर्जरा करना है तो शास्त्रों में 2 उपाय बताए हैं या उसे भोग कर रुपाओ या तप करने से भी कर्मों की निर्जरा होती है ऐसा ही साध्वी वर्षा ने 45 दिन सिर्फ गर्म जल के साथ रोजाना 1010 घंटे जप स्वाध्याय करके अपने कर्मों को खपा कर आत्मा से परमात्मा बनने की राह पर चल पड़े हैं


उक्त बात प्रेम सुरीश्वर आराधना भवन में वर्षावास हेतु विराजित अनु योगाचार्य श्री वीररत्नविजय जी महाराज साहब ने धर्म सभा में उपस्थित लोगों को प्रवचन के दौरान कहीं अनुयोगाचार्य ने कहा कि जैन धर्म के 45 आगम है इसलिए साध्वी श्री भव्यम रेखा श्री जी एवं पुण्यम रेखा श्री जी ने 45 दिन तक भूखे रहकर उपवास किए महाराज श्री ने कहा कि यहां 17 साधु साध्वी का चातुर्मास हो रहा है जिसमें मुझे छोड़कर सभी साधु साध्वी कठिन तपस्या में लीन है जो अपनी आत्मा का उद्धार कर रहे हैं 
संघ अध्यक्ष सतीश मारु ने बताया कि चातुर्मास में यहां गुरुदेव की कृपा से समाज में तपस्या का दौर चल रहा है आज सुबह जैन मंदिर से तपस्वी साध्वी वर्षा का वरघोडा नगर के प्रमुख मार्गो से होता हुआ जैन मंदिर पहुंचा वरघोड़े के दौरान समाजजनों ने जगह-जगह अक्षत श्रीफल से गवली की वरघोड़े में भगवान रथ में विराजीत थे भागवत कथा समिति एवं नगर परिषद द्वारा जुलूस का स्वागत किया आज के सारे कार्यक्रम के लाभार्थी अनिल कुमार चंपालाल वागरेचा परिवार ने लिया सोमवार को सुबह 9:15 बजे साध्वी वर्षा का 43 उपवास का पारणा के लाभार्थी परिवार श्री वागरेचा के निवास स्थान पर होगा अन्य संघ भी आए
आज के समारोह में उदयपुर राजस्थान रतलाम के साथ उज्जैन इंदौर मुंबई अहमदाबाद संघ के लोग उपस्थित हुए उदयपुर तथा रतलाम श्री संघ ने अनु योगाचार्य के साथ सारे साधु साध्वी का 2023 के चातुर्मास करने की विनती की जिस पर महाराज श्री ने कहा कि गुरु तक आपकी बात पहुंचा दी जाएगी उनकी अनुमति मिलने पर ही स्वीकृती होगी ।
पिले अक्षत से बधाया साधु साध्वी को लाभार्थी परिवार द्वारा पीले अक्षत से बधाया गया उनके सांसारिक माता-पिता का भी अभिनंदन उसी दौरान उन्हेल टीआई दौलतराम जोगावत के डीएसपी बनने पर उनका अभिनंदन शाल श्रीफल देकर किया