झारड़ा नगर में पहली बार गायत्री परिवार द्वारा 24 कुंडी यज्ञ का आयोजन
झारड़ा गायत्री मन्त्र के पवित्र नाद से परमार कालीन नगरी हुई पवित्र
अभूतपूर्व उत्साह के साथ निकली कलश यात्रा
गायत्री परिवार द्वारा भव्य सद्गुरु ज्ञान गंगा कलश यात्रा एवं सदग्रंथ शोभायात्रा निकाली गई शनिवार की प्रातः काल से झारडा नगर के वातावरण में वेदोक्त गायत्री मंत्र प्रवाहमान होने लगा, अपने निवास स्थानों के बाहर वाद्य यंत्रों के माध्यम से नगर वासियों द्वारा मंत्र को वायु में प्रवाहित किया जाने लगा , घरों के बाहर रंगोलियां बनाई गई, 9:00 से कलश एवं शोभायात्रा निर्धारित स्थान से प्रारंभ हुई प्रारंभ में गायत्री ध्वज लेकर युवा चल रहे थे पश्चात घोड़े पर बैठी हुई शक्ति स्वरूपा कन्याएं जिनके हाथ में राष्ट्रध्वज था दूसरी के हाथ में खडग, उनके पीछे ग्रंथों को लेकर पुरुष चल रहे थे, कुछ के हाथों में गुरूजी के सुविचार लिखी हुई तख्तियां थी, पीछे पीछे हरिद्राभरंग की ध्वजाये लेकर कन्याये चल रही थी इसी क्रम में महिलाएं मस्तक पर ज्वारे वाले कलश लेकर महिलाये यात्रा की शोभा में वृद्धि कर रही थी यह दिव्य कलश यात्रा यज्ञ स्थल से प्रारंभ होकर नगर के विभिन्न मार्गो में भ्रमण कर यज्ञशाला पर संपन्न हुई इसमें करीब 500 माता बहनों के साथ 200अधिक पुरुष श्रद्धालुओं ने भागीदारी की, नगर वासियों ने अपने नगर में पहली बार ऐसे भव्य कलश यात्रा देखी
सैकड़ों स्थानों पर श्रद्धा सुमनो की वर्षा कर यात्रा का स्वागत किया गया अवसर पर समस्त गायत्री परिवार उपस्थित था
बाइट- दिनेश पोरवाल
गायत्री परिवार सदस्य